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डेमोक्रेट सांसद एच-1बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों का कार्य परमिट रद्द करने के खिलाफ

शीर्ष भारतीय अमेरिकी डेमोक्रेट सांसदों ने ट्रंप प्रशासन की एच-1 बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों का कार्य परमिट या नौकरी करने की अनुमति को रद्द करने की योजना का विरोध किया है. उल्लेखनीय है कि बराक ओबामा प्रशासन ने एच -1 बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों को कानूनी तौर पर अमेरिका में काम करने की अनुमति दी थी.
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NDTV Profit हिंदी09:42 AM IST, 27 Apr 2018NDTV Profit हिंदी
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शीर्ष भारतीय अमेरिकी डेमोक्रेट सांसदों ने ट्रंप प्रशासन की एच-1 बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों का कार्य परमिट या नौकरी करने की अनुमति को रद्द करने की योजना का विरोध किया है. उल्लेखनीय है कि बराक ओबामा प्रशासन ने एच -1 बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों को कानूनी तौर पर अमेरिका में काम करने की अनुमति दी थी. ट्रंप प्रशासन एच -1 बी वीजाधारकों के जीवनसाथियों को मिली कानूनी तौर पर काम करने की अनुमति को रद्द करने की तैयारी कर रहा है. इस कदम से हजारों भारतीय प्रभावित होंगे. 

ओबामा प्रशासन के नियम को रद्द करने से 70,000 से अधिक एच -4 वीजाधारक प्रभावित होंगे. भारतीय अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल ने यहां यूएस इंडिया फ्रेंडशिप काउंसिल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में कहा कि एच -4 वीजा उन्हीं महिलाओं को मिलता है जो पात्र होती हैं. कई बार तो वे अपने पति से भी अधिक योग्यता रखती हैं , लेकिन वे काम नहीं कर पातीं. प्रतिनिधि सभा में चुनी गई पहली भारतीय अमेरिकी महिला सांसद जयपाल ने कहा कि मैं एच -4 वीजा को रद्द करने का विरोध करती हूं. 

जयपाल ने कल आयोजित सम्मेलन में परिवार आधारित आव्रजन प्रणाली की भी वकालत की. इस सम्मेलन को कई अन्य डेमोक्रेट सांसदों जोए क्राउली , एमि बेरा और राजा कृष्णमूर्ति ने भी संबोधित किया. रिपब्लिकन सीनेटर थाम टिलिस ने कहा कि एच -1 बी से देश में ऐसी प्रतिभा आती है जिनकी जरूरत है. राष्ट्रपति ट्रंप को इसकी जानकारी है और वह चाहते हैं कि ऐसी आव्रजन प्रणाली होनी चाहिए जो प्रतिभाओं को आकर्षित कर सके और रोक सके. 
 

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