ब्रिटेन में विदेशी स्वामित्व वाली कम से कम सात खुदरा बैंक शाखाओं को परिचालन बंद करना पड़ सकता है जिनमें कुछ भारतीय बैंकों की शाखाएं भी हैं।
ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को वैश्विक संकट से बचाने के प्रयासों के तहत यह कदम उठाया जा रहा है।
इस बारे में बैंक ऑफ इंग्लैंड की प्रूडेंशियल रेग्यूलेटरी अथारिटी (पीआरए) ने फरवरी में जो परामर्श प्रक्रिया शुरू की जो पिछले सप्ताह पूरी हो गई। नए निमयों के अनुसार यूरोपीय आर्थिक क्षेत्र (ईईए) से बाहर के बैंक केवल न्यूनतम खुदरा सेवाओं की पेशकश कर सकेंगे।
बैंक ऑफ इंग्लैंड ने प्रभावित बैंकों के नाम का खुलासा नहीं किया है, लेकिन विश्लेषकों के अनुसार बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, इस बैंक ऑफ तुर्की तथा ओवरसीज चाइनीज बैंकिंग कॉरपोरेशन ऑफ सिंगापुर के इससे प्रभावित होने की संभावना है।
इन बैंकों के पास एक विकल्प तो यह होगा कि वे ब्रिटेन में अपने खुदरा बैंकिंग परिचालन को बंद करें या शाखा दर्जे को पूर्ण ब्रिटेन अनुषंगी में बदलें।