
Audi Diesel Emission Case: स्टैडलर ने पहले अपने खिलाफ धोखाधड़ी, झूठे प्रमाणपत्र और झूठे विज्ञापन के आरोपों से साफ तौर पर इनकार किया था.
Audi Diesel Emission Case: जर्मन की एक अदालत ने मंगलवार को Audi के पूर्व CEO रूपर्ट स्टैडलर (Rupert Stadler) को "डीजलगेट" फ्रॉड ट्रायल में दोषी ठहराया है.ऑडी की मूल कंपनी वोक्सवैगन को हिलाकर रख देने वाले घोटाले (Volkswagen Emissions Scandal) पर म्यूनिख जिला अदालत के साथ एक समझौते पर पहुंचने के बाद स्टैडलर ने स्वीकार किया कि उन्होंने घोटाले की जानकारी के बाद भी हेरफेर करने वाले सॉफ़्टवेयर से लैस वाहनों को बिक्री जारी रखने की अनुमति दी.
यह कबूलनामा एक याचिका सौदे के हिस्से के रूप में आता है, जो 2020 से ट्रायल का सामना कर रहे स्टैडलर को सजा अवधि से बचने की अनुमति देगा. इसके साथ ही वह कार उद्योग को हिलाकर रख देने वाले इमीशन धोखाधड़ी घोटाले में अपना बयान देने वाले टॉप रैंकिंग के पूर्व सीईओ बन गए.
जर्मन कार दिग्गज वोक्सवैगन (Volkswagen) जिसकी सहायक कंपनियों में पोर्श (Porsche), ऑडी (Audi), स्कोडा (Skoda) और सीट (Seat) शामिल हैं, ने सितंबर 2015 में स्वीकार किया था कि उसने दुनिया भर में 11 मिलियन डीजल वाहनों (Diesel Vehicles) में इमीशन लेवल में हेराफेरी करने के लिए सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया था. इस सॉफ्टवेयर को इंस्टॉल करने की वजह से डीजल वाहनों को ऑन-रोड की तुलना में लैब में कम प्रदूषणकारी दिखाया गया था.
इस मामले से जुड़े जर्मन की अदालत के एक प्रवक्ता ने एएफपी को बताया है कि 2020 के अंत में शुरू हुए मुकदमे के बाद, स्टैडलर के बचाव पक्ष के वकीलों और अभियोजकों ने आखिरकार "प्ली बार्गेन प्रस्ताव" को स्वीकार कर लिया.
इस प्रस्ताव के मुताबिक, अगर वह गुनाह कबूल करते हैं तो स्टैडलर को 18 से 24 महीने की निलंबित सजा मिलेगी. इसके अलावा, उन्हें 1.1 मिलियन यूरो यानी करीब 1.2 मिलियन डॉलर का भुगतान करना होगा. हालांकि, इससे पहले 60 वर्षीय स्टैडलर ने पहले अपने खिलाफ धोखाधड़ी, झूठे प्रमाणपत्र और झूठे विज्ञापन के आरोपों से साफ तौर पर इनकार किया था.