
प्रियंका चोपड़ा बॉलीवुड ही नहीं हॉलीवुड में भी जाना पहचाना नाम है. आज हर कोई उनके साथ काम करने के लिए तैयार है. जबकि वह साउथ सुपरस्टार महेश बाबू के साथ हिंदी सिनेमा में कमबैक करने के लिए तैयार हैं, जिसकी शूटिंग में वह इन दिनों बिजी हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि मां आनंद शीला ने अपनी बायोपिक के लिए प्रियंका चोपड़ा को रिजेक्ट कर दिया था. यहां तक कि उन्होंने एक टॉप एक्ट्रेस का नाम लिया था, जिन्हें वह अपना किरदार निभाते हुए देखना चाहती थीं. हालांकि कुछ लोग इससे अंजान हैं कि आखिर मां आनंद शीला कौन हैं, जिनकी बायोपिक में काम करना प्रियंका चोपड़ा चाहती थीं.
2019 में कपूर एंड सन्स (2016) और गहराइयां (2022) के डायरेक्टर शकुन बत्रा ने मां आनंद शीला की बायोपिक का ऐलान किया था. मां आनंद शीला 1981 से लेकर 1990 तक ओशो मूवमेंट का एक प्रमुख नाम रही थीं. उनके ओशो के साथ जुडने और अलग होने की तमाम कहानियों को शकुन बत्रा पर्दे पर लाना चाहते थे. 2018 में मां आनंद शीला ने नेटफ्लिक्स की पॉपुलर सीरीज वाइल्ड वाइल्ड कंट्री से सुर्खियां बटोरी थी, जिसमें उन्होंने अपनी जिंदगी के कई राज खोले थे. पिंकविला के साथ इंटरव्यू के दौरान, मां आनंद शीला ने बताया कि उनकी बायोपिक शकुन बत्रा बनाना चाहते थे पर फाइनेंस की तंगी के चलते यह फिल्म नहीं बन पाई थी.
इस फिल्म के लिए पहले प्रियंका चोपड़ा को अप्रोच किया गया था पर आनंद शीला नहीं चाहती कि प्रियंका इस रोल को निभाए. इसपर उन्होंने कहा की प्रियंका ने यह ऐलान किया था कि वह उनकी बायोपिक में लीड रोल निभानी चाहती हैं पर लेकिन इसके बारे में उनसे पूछा नहीं था. मां आनंद शीला ने यह भी कहा कि वह बॉलीवुड फिल्में नहीं देखती पर आलिया भट्ट की एक फिल्म देखकर उन्हें लगा कि आलिया की शक्ल उनकी जवानी की याद दिलाई थी. इसके लिए उन्होंने शकुन से पूछा था पर आगे यह प्रोजेक्ट कभी मुक्कमल नहीं हुआ.
जो लोग नहीं जानते उन्हें बता दें कि पिछले कुछ सालों में आलिया भट्ट ने बॉलीवुड में ढेर सारे वर्सेटाइल किरदारों के साथ बॉलीवुड में अपनी एक अलग जगह बनाई है. आलिया के पिछले 5 साल के रिपोर्ट कार्ड नजर डालें तो आलिया ने रॉकी और रानी की प्रेम कहानी (2023) जैसी कमर्शियल फिल्म के साथ-साथ गंगुबाई कठियावाड़ी (2022) जैसे रिस्की किरदारों को बखूबी निभाती आई हैं. उनकी इस ही वर्सेटेलिटी के चलते उन्हें 2019 में मां आनंद शीला की बायोपिक का कान्ट्रवर्शल रोल ऑफर किया गया था, जिसे पहले प्रियंका चोपड़ा निभाने वाली थी.
कौन हैं मां आनंद शीला
मां आनंद शीला 1981 से 1985 तक ओशो मूवमेंट से जुड़ी रही थी. 1984 में मां आनंद शीला पर 750 से भी आधिक लोगों को बीमार करने का आरोप लगा था, जो अमेरिका का सबसे बड़ा जैव-आतंकवादी हमला माना जाता है. राजनीशपुरम में काम करने के दौरान उनपर अटेम्प्ट टू मर्डर,वायर टैपिंग और इमग्रैशन धोखाधड़ी जैसे संगीन आरोप लगे थे.
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