82वें गोल्डन ग्लोब्स 2025 की शुरूआत हो चुकी है. हॉलीवुड के बड़े इवेंट्स में से एक इस अवॉर्ड नाइट पर सभी की निगाहें हैं. ग्लोब्स के प्रतिष्ठित विजेताओं की लिस्ट का सभी को इंतजार है लेकिन भारतीय फैंस की नजर तो पायल कपाड़िया पर है जिन्होंने दो नामांकन हासिल करके इतिहास रच दिया था. दरअसल, फिल्ममेकर की फिल्म 'ऑल वी इमेजिन एज़ लाइट' को दो कैटेग्री में नामांकन मिला है. पायल को बेस्ट निर्देशक के लिए नामांकन मिला है. वह पहली ऐसी भारतीय हैं जिन्हें इस कैटेगिरी में नामांकन मिला. इसके अलावा दूसरा नामांकन नॉन इंग्लिश भाषा कैटेगरी में बेस्ट मोशन पिक्चर के लिए मिला है.
कौन है पायल कपाड़िया
डायरेक्टर पायल कपाड़िया एक भारतीय फिल्म निर्माता हैं, जिन्होंने साल 2017 में, शॉर्ट मूवी आफ्टरनून क्लाउड्स 70वें कान फिल्म फेस्टिवल के लिए चुनी गई एकमात्र भारतीय फिल्म थी. 2021 में, उन्होंने अपनी पहली फीचर फिल्म ए नाइट ऑफ नोइंग नथिंग के लिए 74वें कान फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फिल्म गोल्डन आई पुरस्कार जीता. जबकि गोल्डन ग्लोब्स 2025 अवॉर्ड से पहले उन्हें नेशनल सोसाइटी ऑफ फिल्म क्रिटिक्स द्वारा बेस्ट निर्देशक का पुरस्कार दिया गया है. निकेल बॉयज और ए रियल पेन सहित फिल्मों को भी यह सम्मान प्राप्त हुआ. NSFC में 60 से अधिक आलोचक हैं, जो बेस्ट फिल्म, निर्देशक, एक्टर, एक्ट्रेस और सिनेमेटोग्रीफी जैसी कैटेगरी के लिए वोट करते हैं.
क्या है फिल्म की कहानी
फिल्म 'ऑल वी इमेजिन ऐज लाइट' की बात करें तो यह एक इंडो-फ्रेंच को प्रोडक्शन मूवी है. है, जिसमें कनी कुसरुति, दिव्या प्रभा और हृदु हारून मुख्य भूमिका में हैं. यह कहानी प्रभा नामक एक नर्स की है, जो निजी संघर्षों से जूझ रही है और उसकी रूममेट अनु एक समुद्र तटीय शहर की यात्रा के दौरान अपनी ख्वाहिशों को पूरा करने की कोशिश करती है. इस फिल्म ने 30 साल में कान फिल्म फेस्टिवल प्रतियोगिता सेक्शन में पहली इंडियन एंट्री के रूप में इतिहास रच दिया, जिसने प्रतिष्ठित ग्रैंड प्रिक्स जीता.
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