10 अगस्त,1979 का वो दिन जिसे कभी नहीं भुला पाए सतीश कौशिक, जानें क्या हुआ था इस दिन

सतीश कौशिक का निधन हो गया है. वह 66 वर्ष के थे. लेकिन आज जानते हैं 10 अगस्त का दिन उनके लिए क्या खास था? नहीं तो जानें.

10 अगस्त,1979 का वो दिन जिसे कभी नहीं भुला पाए सतीश कौशिक, जानें क्या हुआ था इस दिन

जानें 10 अगस्त से जुड़ा सतीश कौशिक का वो अहम राज

नई दिल्ली:

फिल्म डायरेक्टर, प्रोड्यूसर, एक्टर सतीश कौशिक का निधन हो गया है. वह 66 वर्ष के थे. उनके निधन की खबर से सिनेमा जगत में शोक की लहर दौड़ गई है और हर कोई अपने तरीके से शोक जता रहा है. लेकिन आप जानते हैं कि कैलेंडर के किरदार से बॉलीवुड में छा जाने वाले सतीश कौशिक के लिए 10 अगस्त का दिन बहुत अहम था. जी हां, 10 अगस्त का दिन. यह बात उन्होंने खुद 2020 में सोशल मीडिया पर बताई थी, उन्होंने बताया था कि आखिर इस दिन का उनके लिए क्या महत्व है और यह क्यों जरूरी है. 

सतीश कौशिश ने 10 अगस्त को ट्वीट किया था , और उसके साथ एक फोटो भी शेयर की थी. उन्होंने इसमें लिखा था, 'मैं एक्टर बनने के लिए 9 अगस्त, 1979 को पश्चिम एक्सप्रेस से मुंबई आया था. 10 अगस्त मुंबई में मेरी पहली सुबह थी. मुंबई ने मुझे दोस्त दिए, काम दिया, बीवी दी, बच्चे दिए, घर दिया, प्यार दिया, संघर्ष भी रहा, सफलता भी मिली, असफलता भी हाथ लगी और खुशी से जीने का साहस दिया. गुड मॉर्निंग मुंबई और उन सभी को जिन्होंने मुझे मेरे ख्वाबों से ज्यादा दिया. शुक्रिया...' इस तरह उन्होंने वो फोटो भी शेयर की थी, जिसमें वह रेलवे स्टेशन पर नजर आ रहे हैं. 

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बता दें कि 3 अप्रैल 1956 में हरियाणा के महेन्द्रगढ़ में सतीश कौशिक का जन्म हुआ था. दिल्ली के किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन के बाद सतीश कौशिक ने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन लिया. 1983 में आई 'जाने भी दो यारों' फिल्म से उनके एक्टिंग करियर की शुरुआत हुई थी. सतीश कौशिक ने 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. 1993 में 'रूप की रानी, चोरों का राजा' से बतौर निर्देशक उन्होंने अपनी पारी शुरू की और इसके बाद एक दर्जन से अधिक फिल्मों का निर्देशन किया.