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This Article is From Jun 14, 2025

बेहद खूबसूरत हैं संजय कपूर की पत्नी प्रिया सचदेव की बेटी सफीरा, किन्नर समुदाय के लिए करती हैं काम, दुनिया के बड़े-बड़े मुद्दों पर रहती हैं उनकी नजर

25 साल में तीन शादी कर चुके संजय कपूर की फैमिली में कौन-कौन था और अब उनका बिजनेस कौन संभालेगा. जानिए

बेहद खूबसूरत हैं संजय कपूर की पत्नी प्रिया सचदेव की बेटी सफीरा, किन्नर समुदाय के लिए करती हैं काम, दुनिया के बड़े-बड़े मुद्दों पर रहती हैं उनकी नजर
जानिए क्या करती हैं संजय कपूर की सौतेली बेटी सफीरा
नई दिल्ली::

करिश्मा कपूर के एक्स हसबैंड संजय कपूर का बीती 12 जून को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. वह लंदन के पोलो ग्राउंड में पोलो खेल रहे थे और तभी उनके मुंह में मधुमक्खी चली गई और दम घुटने के कारण उन्हें दिल का दौरा पड़ा, लेकिन उन्हें मौके पर बचाया ना जा सका. फिलहाल उनके पार्थिव शरीर को भारत लाने की कश्मकश चल रही है. संजय चार बच्चों के पिता थे और अपनी तीसरी पत्नी प्रिया सचदेव के साथ शाही जिंदगी बिता रहे थे. प्रिया से उन्होंने साल 2017 में शादी रचाई थी. प्रिया तलाकशुदा थीं. उनकी पहली शादी 2006 में मॉडल, एक्टर और बिजनेसमैन विक्रम चटवाल से हुई थी. इस शादी से उन्हें एक बेटी सफारी चटवाल है. इस स्टोरी में जानेंगे सफीरा चटवाल कहां हैं और क्या कर रही हैं.
 


प्रिया सचदेव की बेटी के बारे में
सफीरा चटवाल आज 19 साल की हैं. वह इंग्लैंड के मार्लोबोरो कॉलेज में पढ़ती हैं और उनकी दिलचस्पी अंतर्राष्ट्रीय रिलेशन और समकालीन भू-राजनीतिक विषयों में है. सफीरा का इन विषयों पर ध्यान भारत में रहते हुए गया था. वह डिप्लोमेसी 2030 की फाउंडर भी हैं. गौरतलब है कि जब सफीरा पैदा हुई थीं, तो घर में किन्नर आए थे और नाच गाकर पैसा लेकर गए थे. हालांकि सफीरा की फैमिली को यह सब पसंद नहीं था. ऐसे में बड़ी होने के बाद प्रिया-विक्रम की बेटी ने फैमिली को समझाया कि हिंदू माइथोलॉजी में इसका बहुत महत्व है. फिर सफीरा ने भारत में किन्नर सोसायटी संग हो रहे बुरे बर्ताव को देखते हुए एक पहल की शुरुआत की और उसे प्रोजेक्ट राइट (Real Inclusion in Gender Health Treatment) का नाम दिया, जो दिल्ली-एनसीआर में जेंडर समावेशी स्वास्थ्य केंद्र का एक सक्रिय ऑपरेशन है. उनका लक्ष्य भारतीय ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए चिकित्सा संसाधनों तक पहुंच बढ़ाना है.


किन्रर समुदाय के लिए किया ये काम
इसे हासिल करने के लिए, उन्होंने एक सर्वेक्षण बनाना शुरू किया, जिसका इस्तेमाल ट्रांसजेंडर समुदाय अपनी स्वास्थ्य सेवा की जरूरतों, अपेक्षाओं और इच्छाओं को बताने के लिए कर सकता है. डॉ. डांग की लैब और मिथ्रा ट्रस्ट एनजीओ के सहयोग से, वह स्वास्थ्य सेवा टेंट योजना बना रही हैं, जो सामान्य स्वास्थ्य जांच प्रदान करते हैं, जिसमें एचपीवी, कोविड-19 और मंकी पॉक्स जैसे सुलभ परीक्षण, टीकाकरण के साथ परीक्षण और स्वास्थ्य सेमिनार जो खराब मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं और समाधानों के बारे में शिक्षित और जागरूकता फैलाते का काम करते हैं. सफीरा ने सीटीडी (नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी में प्रतिभा और विकास केंद्र) में ‘कॉलेज राइटिंग' कोर्स किया, जहां उन्होंने लेखन के लिए विश्लेषणात्मक और बयानबाजी कौशल सीखा.

एस्से राइटिंग में मिला फर्स्ट प्राइज
इसके अलावा उन्होंने अपने एजुकेशनल इंटरेस्ट को देखते हुए इमर्स एजुकेशन निबंध प्रतियोगिता 2023 में भाग लिया, जहां उन्होंने 'अतीत की किन घटनाओं से हमें अभी भी सीखना है?'  के प्रश्न का उत्तर दिया, जिसके लिए उन्हें 20 फीसदी स्कॉलरशिप भी मिली. उन्होंने नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी लंदन एस्से कंपटीशन 2023 में भी भाग लिया  था, जिसमें उन्होंने 'क्या पर्यावरणीय क्षरण अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए युद्ध से भी बड़ा खतरा है?'  विषय पर निबंध लिखा, जिसमें उन्हें फर्स्ट प्राइज मिला था.




 

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