1990 में आई फिल्म आशिकी से बॉलीवुड में डेब्यू करने वाले राहुल रॉय ने हाल ही में याद किया कि उन्हें फिल्म में यह रोल कैसे मिला था. बॉलीवुड हंगामा के साथ एक खास इंटरव्यू में राहुल ने कहा कि उनकी मां जो एक लेखिका थीं उन्होंने महेश भट्ट से सिफारिश की थी. राहुल ने कहा कि वह पहली बार भट्ट से जुहू में उनके ऑफिस में मिले थे. राहुल ने कहा, "मैं फिल्म इंडस्ट्री से किसी को नहीं जानता था. हमारी पहली मुलाकात के 4 से 6 मिनट के अंदर ही महेश भट्ट ने मुझसे कहा कि मुझे फिल्म में ले लिया गया है."
उन्होंने कहा, “आशिकी की रिलीज के बाद महेश और मुकेश मेरे साथ मेट्रो सिनेमा गए. बाहर लोगों ने मेरे लिए खूब हूटिंक की. तब मेरे पास बॉडीगार्ड नहीं थे. थिएटर में जब मेरा कैरेक्टर 'सांसों की जरूरत है जैसे' गाने के साथ स्क्रीन पर आया तो लोगों ने सिक्के फेंके. ये सब मेरे लिए किसी सपने की तरह था. मैंने महेश भट्ट को फोन किया और शुक्रिया कहा था.'
राहुल ने बताया कि आशिकी की रिलीज के बाद उनके पास फिल्म प्रोड्यूसर्स के ऑफर्स की बाढ़ आ गई. उन्होंने 11 दिन के अंदर 47 फिल्में साइन की थीं. राहुल ने यह भी खुलासा किया कि आशिकी के लिए उन्हें 30,000 मिले थे. बता दें कि आशिकी 90 के दशक की क्लासिक रोमांटिक फिल्म है. इस फिल्म से राहुल रॉय और अनु अग्रवाल दोनों ने डेब्यू किया था. राहुल ने इसके बाद ज्यादा फिल्में नहीं की ना ही वो दोबारा वही कामयाबी दोबारा चख सके.
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