बिज़नेस टाइकून संजय कपूर की विधवा प्रिया सचदेव कपूर, जो संजय की एक्स-वाइफ करिश्मा कपूर और उनके बच्चों समायरा और कियान के साथ 30,000 करोड़ रुपये की जायदाद की लड़ाई को लेकर अनबन को लेकर सुर्खियों में हैं. हाल ही में सोना कॉमस्टार के चेन्नई प्लांट गईं और वहां के स्टाफ के साथ समय बिताया. प्रिया ने अपने इंस्टाग्राम फीड पर तस्वीरें शेयर कीं और लीडरशिप पर एक लंबा नोट लिखा. प्रिया ने प्लांट में सीनियर स्टाफ और वर्कर्स के साथ बातचीत करते हुए तस्वीरें शेयर कीं. उन्होंने प्लांट में एक पौधे — एक अफ्रीकन टैलिसे — की भी तस्वीर शेयर की. इसे उनके स्वर्गीय पति संजय कपूर ने लगाया था.
प्रिया ने लिखा, "सोना कॉमस्टार के चेन्नई प्लांट और R&D सेंटर में हमारी लीडरशिप टीम के साथ दो अच्छे दिन बिताए. शॉपफ्लोर पर घूमे, लोगों से मिले और उस सफ़र को देखा जो इस जगह को आगे बढ़ाता है."जब मैंने उन इंजीनियरों से बात की जो छोटी-छोटी डिटेल्स को परफेक्ट कर रहे थे और अपनी इन-हाउस मशीनें बना रहे थे, तो मैंने देखा कि इनोवेशन शांति और पक्के इरादे से चलता है. जैसा कि संजय हमेशा मानते थे, 'एक्सीलेंस की तलाश में,' मुझे याद आया कि तरक्की सिर्फ़ मशीनों से नहीं होती. इसे लोग चलाते हैं — उनके जुनून, मकसद और लगन से."
लीडरशिप के बारे में अपना विज़न शेयर करते हुए, प्रिया ने लिखा, "लीडरशिप को लेकर मेरा मानना है कि डायरेक्शन देने से ज़्यादा मौजूद रहना ज्यादा जरूरी है. जब लीडर अपने लोगों का ख्याल रखते हैं, तो बाकी सब कुछ अलाइन होने लगता है — क्वालिटी, इनोवेशन और ग्रोथ. क्योंकि आखिर में टेक्नोलॉजी यह तय कर सकती है कि हम क्या करते हैं, लेकिन लोग यह तय करते हैं कि हम कौन हैं." "यह टीम जो बना रही है, उस पर बहुत गर्व और विनम्र महसूस कर रही हूं. वापस आने और इस ज़बरदस्त मोमेंटम को एक्शन में और देखने का इंतज़ार है. #SonaComstar.”
संजय कपूर के एसेट्स
फोर्ब्स के मुताबिक, संजय कपूर की मौत के समय उनकी नेट वर्थ $1.2 बिलियन (Rs 10,300 करोड़) थी. 2022 और 2024 में उनकी सबसे ज़्यादा दौलत $1.6 बिलियन (Rs 13,000 करोड़) थी. संजय RK फैमिली ट्रस्ट के अकेले बेनिफिशियरी थे, जिसके पास ऑरियस इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के ज़रिए सोना कॉमस्टार में प्रमोटर स्टेक है. कुल मिलाकर, संजय कपूर की एस्टेट की कीमत लगभग 30,000 करोड़ रुपये है.
वहीं संजय कपूर के बच्चों, समायरा और कियान ने एक केस फाइल किया है जिसमें आरोप लगाया गया है कि उनकी सौतेली मां प्रिया सचदेव कपूर ने उनके पिता की वसीयत में "जाली"बनाकर उन्हें शेयर से "बेदखल" कर दिया था. उनकी तरफ से सीनियर एडवोकेट महेश जेठमलानी ने कोर्ट को बताया कि संजय की पिछली शादी से हुए बच्चों को विरासत से बेदखल करने के लिए वसीयत "फर्जी" बनाई गई थी. उन्होंने आगे आरोप लगाया कि संजय की मां, रानी कपूर को भी डॉक्यूमेंट में "साइडलाइन" किया गया था, और तर्क दिया कि सिर्फ प्रिया कपूर को इस जाली वसीयत से फायदा होगा.
कोर्ट में प्रिया कपूर का केस लड़ने वाले सीनियर वकील राजीव नायर ने तुरंत उन दावों को खारिज कर दिया कि नाम की गलत स्पेलिंग का मतलब था कि वसीयत जाली थी. उन्होंने तर्क दिया कि जाली वसीयत में "इतनी सारी गलतियां" नहीं होंगी और किसी ने भी असल में सिग्नेचर पर सवाल नहीं उठाया था. इस साल 12 जून को UK में संजय कपूर की असमय मौत के बाद पिछले कुछ महीनों में कानूनी लड़ाई तेज हो गई है.
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