आनंद मूवी का नाम जब भी जुबां पर आता है, सबसे पहले एक ही डायलॉग जहन में गूंजता है. वो डायलॉग है बाबू मोशाय. राजेश खन्ना की आवाज और राजेश खन्ना के अंदाज ने इस फिल्म को हिट बना दिया. जरा सोचिए इस डायलॉग को राजेश खन्ना की जगह किसी और स्टार ने कहा होता तो ये कैसा लगता. आईएमडीबी ट्रिविया के मुताबिक राजेश खन्ना इस फिल्म के लिए फिल्म के डायरेक्टर ऋषिकेश मुखर्जी की पहली पसंद नहीं थे. वो उनकी जगह किसी और स्टार को लेना चाहते थे, लेकिन बीमारी की वजह से वो इस फैसले पर आगे नहीं बढ़ सके.
रणबीर कपूर के बाबा को लेना चाहते थे डायरेक्टर
आईएमडीबी ट्रिविया के मुताबिक, फिल्म के डायरेक्टर इस फिल्म के लिए सबसे पहले राज कपूर को लेना चाहते थे. राज कपूर ऋषि कपूर के पिता और रणबीर कपूर के बाबा हैं. लेकिन अपनी इस ख्वाहिश को पूरा कर पाना तो दूर ऋषिकेश मुखर्जी ये फिल्म राज कपूर को ऑफर तक नहीं कर पाए. इसकी वजह थी राज कपूर की बीमारी. वो बीमारी से स्वस्थ होकर वापस लौटे थे. इसलिए ऋषिकेश मुखर्जी ये नहीं चाहते थे कि वो स्क्रीन पर मरते हुए नजर आएं, इसलिए उन्होंने ये फिल्म राज कपूर को ऑफर ही नहीं की. इसकी जगह उन्होंने दूसरे कपूर को चुना.
शशि कपूर को दिया ऑफर
इस वजह से राज कपूर को फिल्म का ऑफर देने की जगह ऋषिकेश मुखर्जी ने शशि कपूर को फिल्म का ऑफर दिया. लेकिन अपने कुछ कारणों के चलते शशि कपूर ने ये फिल्म करने में ज्यादा रुचि नहीं दिखाई. जिसके बाद फिल्म राजेश खन्ना की झोली में चली गई. शशि कपूर के एक इंकार के बाद राजेश खन्ना इस यादगार रोल को करने में कामयाब हुए. जिसके बाद आनंद सहित अमर प्रेम और आराधना जैसी नायाब फिल्मों के साथ उनका नाम जुड़ गया.
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