
राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने डिजिटल मंच ‘उल्लू ऐप' के प्रबंधन को उसके कार्यक्रम ‘हाउस अरेस्ट' में महिलाओं के कथित अश्लील और अपमानजनक चित्रण को लेकर फटकार लगाई है और मंच पर पूर्ण प्रतिबंध सहित संभावित नियामक कार्रवाई की चेतावनी दी. बृहस्पतिवार को सुनवाई के दौरान, एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने ‘उल्लू' के सीईओ अविनाश दुगर और संचालन प्रमुख प्रियंका चौरसिया से उस सामग्री के बारे में पूछताछ की, जिसके बारे में आयोग ने कहा कि यह अनाचार का महिमामंडन करती है, महिलाओं के वस्तुकरण को बढ़ावा देती है और ‘सॉफ्ट पोर्नोग्राफी' की सीमा पर है.
रहाटकर ने कहा, 'ऐसे कार्यक्रमों के प्रभाव को फॉलोअर की संख्या में वृद्धि या मौद्रिक लाभ से नहीं मापा जाना चाहिए.' उन्होंने कहा, “ अपने आप से पूछिए, 'क्या होगा यदि ऐसी सामग्री आपके घरों तक पहुंच जाए, आपके बच्चों तक पहुंच जाए?'
एनसीडब्ल्यू ने ऑनलाइन प्रसारित हो रहे ‘हाउस अरेस्ट' के परेशान करने वाले दृश्यों पर स्वतः संज्ञान लिया है. सुनवाई के दौरान आयोग ने सार्वजनिक साक्षात्कारों में ‘उल्लू' प्रबंधन की इस स्वीकारोक्ति पर सवाल उठाया कि उनकी विषय-वस्तु दर्शकों की मांग को दर्शाती है.
एनसीडब्ल्यू ने जोर देकर कहा कि ‘उल्लू' ने ‘हाउस अरेस्ट' को एक मूल शो के रूप में निर्मित और प्रसारित करके इसकी प्रकृति और पहुंच के लिए पूरी जिम्मेदारी ली है. इसने मंच की समग्र सामग्री को हानिकारक बताया, जो युवा दर्शकों को मनोवैज्ञानिक स्तर पर नुकसान पहुंचा सकता है.
सुनवाई के लिए बुलाए जाने के बावजूद अभिनेता और कार्यक्रम के मेजबान एजाज खान उपस्थित नहीं हुए. उनकी अनुपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए, राष्ट्रीय महिला आयोग ने दूसरा नोटिस जारी किया है, जो अब पुलिस के माध्यम से दिया जाएगा.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं