
जावेद अख्तर (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
मशहूर पटकथा लेखक ने बुधवार को कट्टरपंथियों को भारतीय सिनेमा में सांप्रदायिकता न फैलाने को आगाह करते हुए, सिनेमा जगत को धर्मनिरपेक्षता का गढ़ करार दिया. भारतीय मूल के फ्रेंच पत्रकार फ्रांको गौतियर के महाभारत पर फिल्म बनाने और उसमें आमिर के कृष्ण की भूमिका निभाने की खबरों पर प्रतिक्रिया देने के बाद 73 वर्षीय गीतकार एवं लेखक ने यह टिप्पणी की है. अपने ट्वीट में गौतियर ने आमिर खान के मुसलमान होने को रेखांकित करते हुए उनके हिंदू महाकाव्य महाभारत में किरदार निभाने पर सवाल उठाया था.
लाउडस्पीकर मामले को लेकर सोनू निगम के सपोर्ट में आए जावेद अख्तर, ट्विटर पर दिया ये बयान
अख्तर ने गौतियर का नाम लिए बिना ट्वीट किया, ''मैं इस इंडस्ट्री में वर्ष 1965 में आया था जब मेरी तनख्वाह 50 रुपए थी. मैंने इन 53 वर्षों में कभी भी किसी सांप्रदायिक तत्व को न देखा और न ऐसा कुछ अनुभव किया.'' उन्होंने कहा, ''भारतीय सिनेमा जगत धर्मनिरपेक्षता का गढ़ है, कट्टरपंथी लोग इसे दूषित न करें.''
बता दें कि हाल ही में मीडिया में एक खबर आई थी कि 'महाभारत' की सीरीज बनने के दौरान आमिर खान इसमें कृष्ण की भूमिका निभाएंगे. हालांकि की इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
VIDEO: जावेद अख्तर के साथ उर्दू शायरी और हिंदी सिनेमा पर बात
(इनपुट भाषा से)
...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...
लाउडस्पीकर मामले को लेकर सोनू निगम के सपोर्ट में आए जावेद अख्तर, ट्विटर पर दिया ये बयान
Can some body educate this clueless idiot Gautier that a film Mahabharata was made in 1965 and had become a super hit . The producer’s name was Ghaffar Bhai Nadiadwala. This is India that we are proud of . Can some body explain it to the dimwit.
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) March 26, 2018
I had joined film industry in 1965 on a salary of 50 rupees per month. In these 53 years not for a second I have experienced or even seen any communal bias in our industry . This Film industry is the citadel of secularism . Bigots , don’t try to pollute it .
— Javed Akhtar (@Javedakhtarjadu) March 28, 2018
अख्तर ने गौतियर का नाम लिए बिना ट्वीट किया, ''मैं इस इंडस्ट्री में वर्ष 1965 में आया था जब मेरी तनख्वाह 50 रुपए थी. मैंने इन 53 वर्षों में कभी भी किसी सांप्रदायिक तत्व को न देखा और न ऐसा कुछ अनुभव किया.'' उन्होंने कहा, ''भारतीय सिनेमा जगत धर्मनिरपेक्षता का गढ़ है, कट्टरपंथी लोग इसे दूषित न करें.''
बता दें कि हाल ही में मीडिया में एक खबर आई थी कि 'महाभारत' की सीरीज बनने के दौरान आमिर खान इसमें कृष्ण की भूमिका निभाएंगे. हालांकि की इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
VIDEO: जावेद अख्तर के साथ उर्दू शायरी और हिंदी सिनेमा पर बात
(इनपुट भाषा से)
...और भी हैं बॉलीवुड से जुड़ी ढेरों ख़बरें...
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं