केरल के चर्चित एक्ट्रेस के अपहरण और यौन उत्पीड़न के मामले में कोर्ट ने फैसला सुना दिया है. इस मामले में कोर्ट ने एक्टर दिलीप को सभी आरोपों से बरी कर दिया है. वहीं 6 दूसरे आरोपियों को सजा सुनाई है. कोर्ट के फैसले के बाद पीड़ित एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर कहा कि कोर्ट से उनका भरोसा उठ गया है. देश में हर नागरिक को कानून के सामने समान रूप से नहीं देखा जाता है.
8 साल पुराने मामले में बाइज्जत बरी हुए दिलीप
यह मामला साल 2017 का है. मलयालम एक्ट्रेस ने दिलीप और दूसरे लोगों पर आरोप लगाया था. करीब आठ साल और नौ महीने तक चली लंबी कानूनी लड़ाई के बाद 8 दिसंबर 2025 को एर्नाकुलम की अदालत ने एक्टर दिलीप को सभी आरोपों से बरी कर दिया था. जबकि इस मामले में दूसरे 6 आरोपियों को दोषी ठहराया. कोर्ट ने कहा कि पीड़ित पक्ष यह साबित करने में नाकाम रहा कि इस मामले में दिलीप शामिल थे.
कोर्ट के फैसले के बाद सोशल मीडिया पर एक्ट्रेस ने लिखा करीब 9 साल बाद इस दर्दनाक संघर्ष का अंत हुआ. 6 आरोपियों को सजा मिली. उन्होंने कहा कि ये पल उन लोगों को समर्पित है जिन्होंने उनके दर्द को झूठ और केस को फर्जी कहानी समझा. हालांकि एक्ट्रेस ने दिलीप के बरी होने पर निराशा जाहिर की. उन्होंने लिखा, साल 2020 से ही उन्हें महसूस होने लगा था कि मामले की सुनवाई में कुछ ठीक नहीं चल रहा है. उन्होंने कहा कि कई बार हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का भी रुख किया. इसके अलावा ट्रायल कोर्ट में मामले की सुनवाई कर रहे जज को हटाने की मांग की लेकिन अपील खारिज कर दी गई.
पीड़िता ने लिखा, मेरे मौलिक अधिकारों की रक्षा नहीं की गई. केस से जुड़े अहम सबूत को अवैध रूप से एक्सेस किया गया. दो सरकारी वकीलों ने भी यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया था कि अदालत का माहौल अभियोजन के प्रति शत्रुतापूर्ण हो गया है. राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की. खुली अदालत में सुनवाई की मांग की, लेकिन सभी अनुरोध ठुकरा दिए गए.'
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