शाहरुख खान की जवान सिनेमाघरों में 7 सितंबर को रिलीज हो गई है, जिसे फैंस का खूब प्यार मिल रहा है. थियेटरों में भीड़ और सीटियों की गूंज से हर कोई हैरान रह गया है. वहीं बॉक्स ऑफिस पर जवान की पहले दिन ताबड़तोड़ कमाई ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. लेकिन इस फिल्म से लोगों के दिलों में एक सवाल भी उठा है, जो एक जवान, किसान और महिलाओं को लेकर उठता है. जवान में शुरु से आखिर तक ऐसे मुद्दे उठाए गए हैं, जो ना आम जिंदगी में सुने तो हैं. लेकिन कभी इन पर लोग बात करते हुए नजर नहीं आते है.
जवान की कहानी की शुरुआत 6 महिलाओं से होती है, जो कि शाहरुख खान की वूमन आर्मी हैं. हर एक किरदार की कहानी और उनकी काबिलियत को बेहद अच्छे से स्क्रीन पर दिखाया गया है, जो कि फैंस का दिल जीत लेता है. इसके अलावा नयनतारा और दीपिका पादुकोण की कहानी भी अलग संदेश देते है कि हालात चाहे जैसे भी हो लेकिन कभी हार नहीं माननी है.
दूसरा फिल्म का फोकस एक आर्मी ऑफिसर या जवान पर है, जो देश के लिए मर मिटने को तैयार है. लेकिन धोखा और फरेब के कारण उनकी जाने या तो सीमा पर जाती है या वह देशद्रोही करार कर दिए जाते हैं.
पठान से जवान तक: देखें जवान का रिव्यू
तीसरा फोकस किसान पर फिल्म में किया गया है, जो कई साल से सुनने को हमें मिल रहा है कि कर्जे तले दबे किसान आत्महत्या कर रहे हैं. लेकिन उनकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया. वहीं इन सबके पीछे सिस्टम कसूरवार दिखाया गया. इन मुद्दों पर शाहरुख खान लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचने में कामयाब हुए हैं.
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