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अपनी सादगी के दम पर फैंस के दिलों पर राज करती थी यह बच्ची, ग्लैमरस एक्ट्रेसेस भी लगती थीं इसके आगे फिकी, मशहूर डायरेक्टर से की शादी

1980 में आई फिल्म हम पांच को याद करें तो बड़े-बड़े नामों के बीच एक मासूम-सी मुस्कान वाली लड़की भी नजर आती है, दीप्ती नवल.

अपनी सादगी के दम पर फैंस के दिलों पर राज करती थी यह बच्ची, ग्लैमरस एक्ट्रेसेस भी लगती थीं इसके आगे फिकी, मशहूर डायरेक्टर से की शादी
अपनी सादगी के दम पर फैंस के दिलों पर राज करती थी यह बच्ची
नई दिल्ली:

आज हम जिस एक्ट्रेस की बात कर रहे हैं ये  एक ऐसा नाम जो बॉलीवुड की ग्लैमर भरी दुनिया में सादगी और सहजता की याद दिलाता है. 1980 में आई फिल्म हम पांच को याद करें तो बड़े-बड़े नामों के बीच एक मासूम-सी मुस्कान वाली लड़की भी नजर आती है, दीप्ती नवल. मिथुन चक्रवर्ती, संजीव कुमार, शत्रुघ्न सिन्हा और अमजद खान जैसे दिग्गजों की मौजूदगी में भी दीप्ति की सादगी और नेचुरल एक्टिंग लोगों का ध्यान खींचने में कामयाब रही. हम पांच भले एक मल्टीस्टारर पॉलिटिकल ड्रामा था, लेकिन दीप्ति नवल के लिए यह वो फिल्म रही जिससे बॉलीवुड में उनके करियर की पक्की शुरुआत हुई. वैसे तो इससे पहले वह श्याम बेनेगल की फिल्म जुनून से अपने फिल्मी सफर की शुरुआत कर चुकी थीं, लेकिन हम पांच ने आम दर्शकों के बीच उनकी एक मुकम्मल पहचान बनाई.

ऐसे मिली पहचान
पंजाब के अमृतसर में जन्मी दीप्ती नवल ने न केवल एक्ट्रेस के तौर पर बल्कि पेंटर, पोएट और डायरेक्टर के रूप में भी अपनी पहचान बनाई. हम पांच के बाद वह चश्मे बद्दूर (1981), कथा (1983) और मिर्च मसाला (1987) जैसी फिल्मों में नजर आईं और अपने अलग अंदाज से हिंदी सिनेमा में एक नया चेहरा पेश किया. उन्होंने एक ऐसी एक्ट्रेस के तौर पर अपनी पहचान बनाई, जो ग्लैमर से ज्यादा अपनी आंखों और आवाज से संवाद करती थी.

दूसरे से अलग खुद का वजूद
दीप्ती नवल की खासियत यही रही कि उन्होंने कभी ट्रेंड के पीछे भागने की कोशिश नहीं की. जहां उस दौर की हीरोइनों को चमक-दमक भरी भूमिकाएं लुभाती थीं, दीप्ति ने सादगी, सच्चाई और भावनाओं से भरे किरदारों को चुना. हम पांच में उनका किरदार छोटा जरूर था, लेकिन यही फिल्म उनके लिए बड़े परदे पर एक स्थायी पहचान बनाने का पहला बड़ा कदम साबित हुई.

ये फिल्म रही यादगार
फारुख शेख के साथ उनकी जोड़ी व्यावसायिक रूप से बेहद कामयाब रही. साथ-साथ फिल्म में इन दोनों की रोमांटिक केमिस्ट्री को लोगों ने खूब सराहा. फारुख और दीप्ति की कॉमेडी फिल्में आज भी हिंदी सिनेमा की उन फिल्मों में शामिल हैं, जो बिना फूहड़ता के दर्शकों को गुदगुदा सकती हैं. फिर चाहे वह चश्मे बद्दूर हो, किसी से ना कहना, कथा या रंग-बिरंगी जैसी फिल्में हों, इनकी जोड़ी ने दर्शकों को खूब हंसाया. फिल्मों की दूसरी पारी में भी इन दोनों ने क्लब 60 और लिसन अमाया जैसी कुछ खूबसूरत फिल्में कीं.

आज जब हम दीप्ति नवल को याद करते हैं, तो वह सिर्फ एक एक्ट्रेस नहीं बल्कि हिंदी सिनेमा में सशक्त महिला किरदारों की मिसाल हैं. उन्होंने साबित किया कि एक सशक्त महिला कलाकार सिर्फ ग्लैमर से नहीं, अपने हुनर, सादगी और सोच से लोगों का दिल जीतती है.

पर्सनल लाइफ की बात करें तो दिप्ती नवल की शादी फिल्म निर्माता प्रकाश झा से हुई थी और दोनों की एक गोद ली हुई बेटी भी है. उसका नाम दिशा है.

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