हाथरस (Hathras Case) में हुए गैंगरेप की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस केस में शुरू से ही यूपी पुलिस और जिला प्रशासन की लापरवाही के कई सबूत मीडिया के सामने आए थे. जिसके बाद विपक्षी नेताओं समेत देश के कई हिस्सों में यूपी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए. दो दिन के लिए तो पुलिस ने पीड़ित के गांव में मीडिया तो जाने की इजाजत भी नहीं थी. हाथरस (Hathras) में हुई इस घटना पर बॉलीवुड गलियारे से जमकर रिएक्शन आ रहे हैं. बॉलीवुड एक्ट्रेस पूजा बेदी (Pooja Bedi) ने भी इस मामले को लेकर पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं.
Why do police get " suspended " and not arrested when Clearly their actions make them criminals too?
— Pooja Bedi (@poojabeditweets) October 4, 2020
Arrests would be a slap on their their faces& would create a shake up in lax law & order.. not suspensions which are more a slap on the wrist#HathrasPolice @BJP4India @BJP4UP
पूजा बेदी (Pooja Bedi) ने अपने ट्वीट में लिखा: "पुलिस को 'सस्पेंड' क्यों किया जाता है गिरफ्तार क्यों नहीं, जबकि स्पष्ट रूप से उनके कार्य उन्हें भी अपराधी बनाते हैं? गिरफ्तारी उनके चेहरे पर एक तमाचे की तरह होगा. ये ढीले कानून और व्यवस्था के लिए झटका होगा. सस्पेंशन से कुछ नहीं होगा." पूजा बेदी ने इस तरह हाथरस केस में एसपी सहित 5 पुलिसकर्मियों के सस्पेंड होने पर ये प्रतिक्रिया दी. उनके ट्वीट पर यूजर्स के खूब रिएक्शन भी आ रहे हैं.
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गौरतलब है कि 20 वर्षीय दलित युवती के साथ कथित गैंगरेप और हत्या के मामले में गठित एसआईटी की प्रारंभिक रिपोर्ट को लेकर यूपी सरकार द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, हाथरस के एसपी विक्रांत वीर को लापरवाही व शिथिल पर्यवेक्षण पर सस्पेंड कर दिया गया था. उनके अलावा सीओ राम शब्द, एसआई जगवीर सिंह, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा और हेड कांस्टेबल महेश पाल का निलंबन किया गया था.
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हाथरस (Hathras) में गैंगरेप और हमले की शिकार हुई पीड़िता के परिवार से शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मुलाकात की थी. बता दें कि दलित युवती की इलाज के दौरान दिल्ली के एक अस्पताल में 29 सितंबर को मौत हो गई थी. स्थानीय पुलिस ने इस मामले को जिस तरह से संभाला उसे लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार की जमकर आलोचना हो रही है. पुलिस ने आनन-फानन में रात 2 बजे युवती का अंतिम संस्कार कर दिया. इस दौरान, पीड़िता का परिवार भी नहीं था. इसे लेकर कई सवाल उठ रहे हैं.
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