मजदूरों और शराब की बिक्री को लेकर बॉलीवुड एक्टर ने किया ट्वीट, बोले- जनता फूलों की बरसात के लिए पैसे दे...

लॉकडाउन के तीसरे चरण में शराब की दुकानें भी खोल दी गई हैं, जिससे जगह-जगह लोगों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई हैं. इस बात को लेकर हाल ही में जावेद जाफरी (Jaaved Jaaferi) ने ट्वीट किया है.

मजदूरों और शराब की बिक्री को लेकर बॉलीवुड एक्टर ने किया ट्वीट, बोले- जनता फूलों की बरसात के लिए पैसे दे...

जावेद जाफरी (Jaaved Jaaferi) ने मजदूरों से किराया मांगने की बात पर किया ट्वीट

खास बातें

  • जावेद जाफरी ने मजदूरों से किराया मांगने पर किया ट्वीट
  • एक्टर ने कहा कि जनता फूलों की बरसात के लिए पैसे दे...
  • जावेद जाफरी का ट्वीट हुआ वायरल
नई दिल्ली:

कोरोना वायरस (Coronavirus) के कहर के बीच मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेन की व्यवस्था की जा रही है. हालांकि, केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र जैसे राज्यों ने रेल खर्च के लिए भुगतान करने से इंकार कर दिया है. वहीं, लॉकडाउन के तीसरे चरण में शराब की दुकानें भी खोल दी गई हैं, जिससे जगह-जगह लोगों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई हैं. इस बात को लेकर हाल ही में जावेद जाफरी (Jaaved Jaaferi) ने ट्वीट किया है, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. अपने ट्वीट में जावेद जाफरी ने लिखा कि प्रवासी मजदूर घर जाने के लिए पैसे दें, जनता फूलों की बरसात के लिए पैसे दे.

जावेद जाफरी (Jaaved Jaaferi) का यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है, साथ ही लोग इसपर जमकर कमेंट भी कर रहे हैं. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, "प्रवासी मजदूर घर जाने के लिए पैसे दे, जनता फूलों की बरसात और एयरक्राफ्ट के ईंधन के लिए पैसे दे. शराब अब आम चीज बन गई है." बता दें कि मजदूरों के रेल खर्च को लेकर विवाद सोमवार को तब पैदा हुआ जब कई विपक्षी दलों ने प्रवासी श्रमिकों से ट्रेन टिकट के पैसे नहीं लिए जाने की मांग की. कांग्रेस ने ऐसे प्रवासियों के लिए भुगतान करने की पेशकश की. 

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बता दें कि बॉलीवुड एक्टर जावेद जाफरी (Jaaved Jaaferi) सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहते हैं. एक्टर अकसर समसामयिक मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय पेश करते हैं. वहीं, शराब की बिक्री की बात करें तो दिल्ली (Delhi) में शराब महंगी हो जाएगी, सरकार के मुताबिक अब दिल्ली में एमआरपी पर 70% टैक्स लगेगा. इतना ही नहीं, कई जगह शराब की दुकानें खुलने के ढाई से तीन घंटे में ही ब्रांडेड माल की शॉर्टेज हो गई. अधिकांश लोग अपनी मनचाहे ब्रांड के लिए इधर-उधर भटकते दिखाई पड़े.