मुंबई से सटे पालघर (Palghar) में कुछ ग्रामीणों ने चोरी के शक में तीन लोगों की पीट-पीटकर हत्या कर दी. इस मामले को लेकर बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) और प्रोड्यूसर अशोक पंडित (Ashoke Pandit) भी आपस में भिड़े नजर आए. दरअसल, अनुराग कश्यप ने पालघर की घटना को लेकर ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लोगों के मामले को धार्मिक एंगल न देने का अनुरोध किया. इसके बाद अशोक पंडित ने उनके ट्वीट पर रिप्लाई किया, जिसके बाद अनुराग कश्यप ने मुंबई पुलिस से बॉलीवुड प्रोड्यूसर की शिकायत कर दी. हालांकि, दोनों की गहमा-गहमी यहीं नहीं रुकी.
Dhamka rahe ho kya?
— Ashoke Pandit (@ashokepandit) April 20, 2020
Sawaal poochne ka haq sirf tumhare paas hai kya?
Yeh Democratic country hai aur sawaal poochna mera janm siddh adhikaar hai.
Bacchon ki tarah shikayat karna band karo. https://t.co/IptNge8V4w
अनुराग कश्यप (Anurag Kashyap) के ट्वीट पर जवाब देते हुए अशोक पंडित (Ashoke Pandit) ने मामले में शोएब नाम के व्यक्ति के शामिल होने का दावा किया था. इसपर अनुराग कश्यप ने उनकी शिकायत करते हुए मुंबई पुलिस से कहा, "कृप्या ध्यान दें. पालघर की घटना को सांप्रदायिक एंगल दिया जा रहा है और अफवाह भी फैलाई जा रही है." इस पर अशोक पंडित ने अनुराग कश्यप के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, "धमका रहे हो क्या? सवाल पूछने का हक सिर्फ तुम्हारे पास है क्या? ये लोकतांत्रिक देश है और सवाल पूछना मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है. बच्चों की तरह शिकायत करना बंद करो." बता दें कि पालघर मामले में अब तक 110 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
@MumbaiPolice @anildeshmukh @priyankac19 pls note. Spreading rumours and giving communal angle to the Palghar incident . https://t.co/LmzaEz3wuv
— Anurag Kashyap (@anuragkashyap72) April 20, 2020
वहीं, पालघर की घटना की बात करें तो वारदात गुरुवार रात जिले के कासा पुलिस थाना इलाके में हुई. मिली जानकारी के मुताबिक इलाके में चोरों के घूमने की अफवाह थी. रात 10 बजे के करीब खानवेल मार्ग पर नासिक की तरफ से आ रही गाड़ी में 3 लोग थे. गांव वालों ने रोका और फिर चोर होने की शक में पत्थरों से हमला कर दिया. तीनों की मौके पर ही मौत हो गई. मरनेवालों में से दो की पहचान साधुओं के रूप में हुई जबकि तीसरा उनका ड्राइवर था. तीनों मृतक मुंबई के कांदिवली से सूरत अपने एक मित्र के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने जा रहे थे. इसमें 35 साल के सुशीलगिरी महाराज और 70 साल के चिकणे महाराज कल्पवृक्षगिरी थे. जबकि 30 साल का निलेश तेलगड़े ड्राइवर था. कासा पुलिस थाने के गडचिंचले के ग्रामीणों ने गुरुवार की रात पहले इनकी कार रोकी, फिर पत्थरों और कोयते से निर्मम हत्या कर दी.
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