आमिर खान को उनके फैन्स और उनकी फ्रेटरनिटी से जुड़ी सभी लोग मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम से जानते हैं. ये पहचान इसलिए बनी क्योंकि आमिर खान जो भी करते हैं वो पूरी शिद्दत और लगन के साथ करते हैं. आमिर खान का घराना भी फिल्मों से ताल्लुक रखता है. उनके पिता ताहिर हुसैन फिल्म डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और स्क्रिप्ट राइटर रहे हैं. उसके बावजूद आमिर खान को फिल्मों में काम हासिल करने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ा है. एक्टर बनने से पहले वो अपने काम की शुरुआत बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर करना चाहते थे. लेकिन उनकी महंगी कार के चलते उन्हें वो ब्रेक ही नहीं मिल सका.
श्रीदेवी की फिल्म में करना चाहते थे काम
श्रीदेवी और अनिल कपूर की फिल्म मिस्टर इंडिया तो आपको याद ही होगी. जिसे डायरेक्ट कर रहे थे शेखर कपूर और उन्हें डायरेक्शन में असिस्ट कर रहे थे खुद सतीश कौशिक जो फिल्म में कैलेंडर के किरदार में भी थे. आमिर खान शेखर कपूर से खासे इंप्रेस थे. यही वजह थी कि वो फिल्म के सेट पर पहुंच गए. उन्होंने शेखर कपूर से खूब रिक्वेस्ट की कि उन्हें फिल्म असिस्टेंट डायरेक्टर जुड़ने का मौका दिया जाए. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शेखर कपूर को आमिर खान का पेपर वर्क भी बेहद पसंद आया. लेकिन सतीश कौशिक की एक दलील के चलते वो फिल्म का हिस्सा नहीं बन सके.
इसलिए नहीं माने सतीश कौशिक
ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे को इस बारे में आमिर खान ने बताया कि वो इस फिल्म में जुड़ने के लिए वो बहुत कोशिश कर रहे थे. लेकिन सतीश कौशिक ने उन्हें जुड़ने नहीं दिया. आमिर खान ने बताया कि कुछ सालों बाद खुद सतीश कौशिक ने उन्हें बताया कि वो जब सेट पर आए थे तब महंगी गाड़ी से वहां पहुंचे थे. जबकि खुद सतीश कौशिक के पास कोई गाड़ी नहीं थी. सतीश कौशिक को लगा कि वो जिस जूनियर को रख रहे हैं उसके पास महंगी कार है, बस यही सोच कर उन्होंने आमिर खान को इंकार कर दिया. आमिर खान ने भी उन्हें बताया कि उस वक्त जिस कार से वो सेट पर आए थे, वो उनकी नहीं थी.
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