विज्ञापन

ऐश्वर्या-रेखा दोनों ने निभाया एक ही किरदार, एक को मिला पुरस्कार, बम्पर कमाई और दूसरी की झोली खाली

ऐश्वर्या राय और रेखा ने एक ही नाम से दो फिल्में की थीं. लेकिन इनमें से एक एक्ट्रेस की फिल्म ब्लॉकबस्टर रही और दूसरी की झोली खाली रही. बूझो तो जानें...

ऐश्वर्या-रेखा दोनों ने निभाया एक ही किरदार, एक को मिला पुरस्कार, बम्पर कमाई और दूसरी की झोली खाली
ऐश्वर्या राय या रेखा किसने मारी बाजी?
नई दिल्ली:

हिंदी सिनेमा की दो टॉप एक्ट्रेस हैं रेखा और ऐश्वर्या राय. आप जानते हैं इन दोनों में क्या समानता है? अगर नहीं तो हम बताए देते हैं. ये वो एक्ट्रेसेस हैं जिन्होंने एक ही किरदार को दो अलग-अलग समय में निभाया है. हम बात कर रहे हैं उमराव जान की. ‘उमराव जान' नाम की फिल्म में दोनों ने काम किया है यह शायरी में ढली ऐसी दास्तान है, जिसने दो पीढ़ियों की अभिनेत्रियों को अमर बना दिया. लेकिन जब बात आती है बॉक्स ऑफिस की, तो रेखा और ऐश्वर्या राय बच्चन की ‘उमराव जान' के बीच यह सवाल अब भी गूंजता है, आखिर जीत किसकी हुई? आइए आपको बताते हैं किसने मारी बाजी.

रेखा की ‘उमराव जान': कम बजट, बड़ा असर
1981 में रिलीज हुई मुजफ्फर अली की ‘उमराव जान' उस दौर की एक मील का पत्थर साबित हुई. उर्दू लेखक मिर्जा हादी रुसवा के उपन्यास ‘उमराव जान अदा' पर आधारित इस फिल्म ने अदाकारी, संगीत और भावनाओं के मेल से दर्शकों का दिल जीत लिया. करीब 50 लाख रुपये के बजट में बनी इस फिल्म ने लगभग 85 से 90 लाख रुपये की कमाई की, जो उस दौर में बड़ी उपलब्धि मानी गई. सिर्फ व्यावसायिक सफलता ही नहीं, रेखा के उमराव जान के निभाए गए संवेदनशील किरदार ने उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी दिलाया. 

ऐश्वर्या की ‘उमराव जान': उम्मीदें बड़ी, नतीजा फीका
करीब 25 साल बाद निर्देशक जेपी दत्ता ने 2006 में उसी कहानी को फिर से पर्दे पर उतारा. ऐश्वर्या राय बच्चन ने उमराव जान का किरदार निभाया, जबकि अभिषेक बच्चन, सुनील शेट्टी और शबाना आजमी जैसे कलाकारों ने फिल्म को मजबूत कास्ट दी.  फिल्म का बजट करीब 15 करोड़ रुपये था, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर इसे करीब 19 करोड़ रुपये की ही कमाई मिली. भव्य सेट, शानदार कॉस्ट्यूम और ऐश्वर्या की क्लासिक ब्यूटी के बावजूद फिल्म दर्शकों के दिल में पहले जैसी जगह नहीं बना पाई. 

कौन जीता, रेखा या ऐश्वर्या राय?
अगर सिर्फ बजट बनाम कमाई के पैमाने पर देखा जाए तो 1981 की रेखा वाली ‘उमराव जान' साफ तौर पर विजेता ठहरती है. उस समय की सीमित तकनीक और साधनों के बावजूद फिल्म ने भावनात्मक गहराई और कलात्मकता से दर्शकों का दिल जीता. 2006 की ऐश्वर्या वाली ‘उमराव जान' ने भले ही ग्लैमर और भव्यता दिखाई हो, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर वह रेखा की विरासत को चुनौती नहीं दे सकी.

नतीजा साफ है— सिनेमा की ‘उमराव जान' आज भी रेखा के नाम ही दर्ज है

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com