कभी-कभी एक फिल्म देखकर घर लौटते वक्त भी दिल की धड़कनें तेज रहती हैं. ऐसा लगता है कि कोई पीछे आ रहा है या अंधेरे में कुछ छुपा है. तमिल की सुपरहिट साइकोलॉजिकल थ्रिलर ‘रत्सासन' ने कई दर्शकों के साथ यही किया था. अब उसी फिल्म की तेलुगु रीमेक ‘रक्षासुदु' फिर से लोगों को वही खौफ दे रही है, लेकिन कुछ अलग अंदाज में.
फिल्म की कहानी
फिल्म की कहानी बहुत साधारण इंसान के इर्द-गिर्द घूमती है. अरुण नाम का लड़का फिल्म डायरेक्टर बनना चाहता है. वो क्राइम थ्रिलर फिल्में लिखता-पढ़ता रहता है. लेकिन पापा के गुजर जाने के बाद वह अपने सपने को भूलकर पुलिस की नौकरी कर लेता है. पहली पोस्टिंग में ही उसके सामने आता है एक भयानक सीरियल किलर का केस. ये शैतान सिर्फ मासूम स्कूली लड़कियों को निशाना बनाता है और हर बार पुलिस को चकमा देकर निकल जाता है.
अब अरुण अपने पुराने शौक को अपने प्रोफेशन में इस्तेमाल करता है. यानी फिल्मों में सीरियल किलर की सोच को समझने का तरीका. वो किलर के दिमाग में घुसने की कोशिश करता है. हर कदम पर सस्पेंस बढ़ता जाता है. हर सीन में लगता है कि अब पकड़ में आने वाला है… लेकिन नहीं! फिल्म के आखिरी 30 मिनट तो सीट छोड़ने की हिम्मत ही नहीं होती.
इन स्टार्स ने किया काम
इसमें साईं श्रीनिवास ने अरुण का रोल कमाल का निभाया है. उनकी आंखों में डर, गुस्सा और हिम्मत तीनों एक साथ दिखते हैं. अनुपमा परमेश्वरन उनकी गर्लफ्रेंड बनी हैं और इमोशनल सीन में बहुत अच्छी लगी हैं. बाकी सपोर्टिंग कास्ट ने भी धमाका कर दिया है. खासकर विलेन का किरदार. जब उसका चेहरा खुलता है तो सच में रोंगटे खड़े हो जाते हैं. सिर्फ 2 घंटे 2 मिनट की है, लेकिन हर मिनट में नया ट्विस्ट आता रहता है. इसे IMDb पर 7.9 रेटिंग मिली है और कई दर्शक इसे बेस्ट साइकोलॉजिकल थ्रिलर मानते हैं.
ये फिल्म अब ZEE5 पर उपलब्ध है. अगर आप साइकोलॉजिकल थ्रिलर के शौकीन हैं, तो ये फिल्म आपको जरूर देखनी चाहिए.
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