साल 1991 में एक फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी और इस फिल्म ने कम बजट के बावजूद दुनियाभर में तहलका मचाकर रख दिया था. हम यहां बात कर रहे हैं द सायलेंस ऑफ द लैम्ब्स फिल्म की. ये न सिर्फ एक सस्पेंस-थ्रिलर फिल्म है, बल्कि यह एक उदाहरण है कि कैसे साधारण बजट के साथ एक शानदार कहानी किसी फिल्म को यादगार बना सकती है. द सायलेंस ऑफ द लैम्ब्स को हॉलीवुड की सबसे प्रभावशाली थ्रिलर फिल्मों में से एक माना जाता है. यह फिल्म अपनी इंटेन्स और थ्रिलिंग कहानी, शानदार अभिनय, और पॉपुलर किरदारों की वजह से आज भी दर्शकों के दिलों में ज़िंदा है. लेकिन इसके पीछे की कुछ दिलचस्प जानकारी भी है, जो इसे और भी खास बनाती है.
द सायलेंस ऑफ द लैम्ब्स ट्रिविया
एंथनी हॉपकिंस ने हन्निबल लेक्टर का किरदार सिर्फ 16 मिनट के लिए निभाया था, लेकिन उसकी परफॉर्मेंस इतनी जबरदस्त थी कि उन्होंने बेस्ट एक्टर का ऑस्कर जीत लिया. जोडी फोस्टर को फिल्म के लिए तैयार होने के लिए कई एफबीआई एजेंट्स से बातचीत करनी पड़ी थी और वह खुद को एक फॉरेंसिक मनोविज्ञानी की तरह महसूस करने के लिए एफबीआई अकादमी भी गई थीं. इस फिल्म का निर्देशन जोनाथन डेमे ने किया था, जो आमतौर पर संगीत डॉक्यूमेंट्री और कॉमेडी फिल्मों के लिए जाने जाते थे, लेकिन उन्होंने इस फिल्म में शानदार मानसिक तनाव और रहस्य पैदा किया, जो इसे और भी प्रभावशाली बना देता है.
बजट और कलेक्शन
फिल्म का बजट था उस समय लगभग 34 करोड़ रुपये था. लेकिन इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कमाल कर दिया और 486 करोड़ रुपये की कमाई की थी. द सायलेंस ऑफ द लैम्ब्स साइकोलॉजिकल हॉरर-थ्रिलर फिल्म थी, जिसका निर्देशन जोनाथन डेमे ने किया था. द सायलेंस ऑफ द लैम्ब्स ने साल 1992 के ऑस्कर में बिग फाइव अवार्ड्स जीते थे- बेस्ट पिक्चर, बेस्ट डायरेक्टर (जोनाथन डेमे), बेस्ट एक्टर (एंथनी हॉपकिंस), बेस्ट एक्ट्रेस (जोडी फोस्टर), और बेस्ट अडैप्टेड स्क्रीनप्ले. ऐसा कम ही देखने को मिलता है कि एक ही फिल्म सभी प्रमुख श्रेणियों में अवार्ड्स जीते.
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