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केतु का कुंडली के दूसरे भाव में कैसा होता है प्रभाव, जानिए कुछ खास बातें

यह भाव मां के साथ आपके रिश्ते, दोस्तों के साथ संबंध के साथ ही आर्थिक संपन्नता की स्थिति को भी दर्शाता है.

Edited by Updated : February 24, 2025 7:20 PM IST
केतु का कुंडली के दूसरे भाव में कैसा होता है प्रभाव, जानिए कुछ खास बातें
केतु के प्रभाव से जातक सुखी और संपन्न होता है.
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Astrology: दूसरे भाव में भी केतु के अच्छे और बुरे प्रभाव देखने को मिलते हैं. केतु के प्रभाव से जातक को यात्राओं से लाभ होता है. इस भाव में केतु को अलगाव का प्रतीक माना जाता है. ऐसे लोगों की सांसारिक चीजों के प्रति ज्यादा रुचि नहीं होती. यानी ये आध्यात्मिक प्रवृत्ति के हो सकते हैं. इस भाव में केतु ज्यादातर अशुभ फल देने वाले माने जाते हैं. जातक को कई मामलों में भ्रम की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है. ऐसे लोगों को भाग्य का साथ भी कम ही मिलता है. कुंडली के दूसरे भाव की राशि वृषभ और स्वामी शुक्र ग्रह को माना जाता है. यह भाव मां के साथ आपके रिश्ते, दोस्तों के साथ संबंध के साथ ही आर्थिक संपन्नता की स्थिति को भी दर्शाता है.

केतु के सकारात्मक प्रभाव

केतु के सकारात्मक प्रभाव की बात करें तो जातक वाकपटु होता है. ये विभिन्न भाषाओं के जानकार भी होते हैं. केतु के प्रभाव से जातक सुखी और संपन्न होता है. जीवन में इन्हें कई उपलब्धियां भी हासिल होती हैं.

केतु के नकारात्मक प्रभाव

केतु के नकारात्मक प्रभाव की बात करें तो जातक को आंखों से जुड़ी समस्या हो सकती है. इस दौरान खर्च में भी वृद्धि हो सकती है. आर्थिक नुकसान का भी सामना करना पड़ सकता है. जातक थोड़ा घमंडी भी हो सकता है. पारिवारिक सदस्यों के साथ मतभेद की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है. जातकों को गलत लोगों की संगति पसंद होती है.

वैवाहिक जीवन पर प्रभाव

केतु का वैवाहिक जीवन पर भी प्रभाव देखने को मिलता है. केतु के प्रभाव से वैवाहिक जीवन में अलगाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. पारिवारिक सदस्यों के साथ भी संबंध कुछ खास अच्छे नहीं होते. इस भाव में केतु के प्रभाव से महिलाओं को पारिवारिक और आर्थिक मामलों में परेशानी हो सकती है.

करियर पर प्रभाव

करियर पर प्रभाव की बात करें तो जातक की लेखन और साहित्य में रूचि देखने को मिलती है. कई बार जातक अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ सकता है. हालांकि, पढ़ाई छोड़ जातक धन कमाने पर ध्यान देता है. व्यापार और आर्थिक लाभ को लेकर यात्रा भी हो सकती है. पैतृक संपत्ति मिलने भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)