Nakshatra: अनुराधा नक्षत्र 17 नक्षत्रों में 17वें नंबर पर आता है. यह नक्षत्र शनि ग्रह द्वारा शासित है और इसके देवता मित्र 12 आदित्यों में से एक हैं. इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग साहसी और दृढ़ निश्चयी होते हैं, लेकिन कई बार ये जिद्दी भी होते हैं. ये लोग अति महात्वाकांक्षी भी होते हैं. यहां जानिए अनुराधा नक्षत्र (Anuradha Nakshatra) में जन्म लेने वाले लोगों के व्यक्तित्व, स्वभाव और जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें.
जानते हैं परिस्थितियों को संभालना
अनुराधा नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोग आत्मविश्वास से परिपूर्ण और मेहनती होते हैं. कई बार ये दोहरे विचारों के शिकार भी हो सकते हैं. इस कारण ये हर मामले में काफी सोच-विचार करते हैं और इस कारण कई कार्यों में ये पीछे रह जाते हैं. हालांकि ये परिस्थितियों को अच्छी तरह संभालना भी जानते हैं. वहीं, महिलाओं की बात करें तो ये हमेशा दूसरों की मदद के लिए तत्पर रहती हैं. इनके कई सारे दोस्त भी होते हैं और सामाजिक होना इन्हें पसंद होता है.
कैसा होता है करियर
अनुराधा नक्षत्र में जन्म लेने वालों के लिए बिजनेस (Business) करना अच्छा होता है. इनमें नेतृत्व क्षमता भी जबरदस्त होती है. ऐसे में टीम लीडर, नेता या फिर नेतृत्व वाले कार्यों में इन्हें सफलता मिलती है. महिलाओं की बात करें तो ड्रॉइंग आदि के क्षेत्र में इनका करियर अच्छी तरह आगे बढ़ता है. पढ़ाई में भी ये काफी मेहनत करती हैं.
संबंधों का रखते हैं ध्यान
अनुराधा नक्षत्र में जन्म लेने वालों का अपने माता-पिता के साथ संबंध अच्छे होते हैं. पिता के साथ बिजनेस न करना ही इनके लिए अच्छा होता है. पुरुष थोड़े पुराने विचारों के होते हैं और इनकी जोड़ी थोड़ी मॉडर्न महिला के साथ बन जाती है. हालांकि, धीरे-धीरे इनके रिश्ते बेहतर होते जाते हैं. फिर भी कह सकते हैं कि अनुराधा नक्षत्र में जन्मे लोग अपने रिश्तों (Relationships) का बेहद ध्यान रखते हैं.
ऐसा होता है स्वास्थ्य
स्वास्थ्य के लिहाज से देखें तो अनुराधा नक्षत्र में जन्म लेने वालों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है, लेकिन दांतों की समस्या, सर्दी और कब्ज की समस्या कई बार हो सकती है. महिलाओं की बात करें तो उन्हें मासिक धर्म से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. सिरदर्द के कारण भी परेशानी हो सकती है.
सकारात्मक और नकारात्मक बातें
पुरुषों की बात करें तो ये अपनी फैमिली और फ्रेंड्स के प्रति काफी समर्पित और निष्ठावान होते हैं. वहीं महिलाएं अपने कार्य के प्रति ईमानदार (Honest) और मेहनती होती हैं. इनकी निर्णय लेने की क्षमता भी बेहतर होती है. वहीं नकारात्मक पहलू की बात करें तो पुरुष अति आलोचनात्मक, बेचैन और क्रोधी होते हैं. महिलाएं काफी अपेक्षा रखने वाली होती हैं. खुद को परिस्थितियों के अनुरूप ढालने में भी इन्हें परेशानी होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)