टेंट से शुरू, करोड़ों तक सफर, वो भारतीय ढाबा जो रोज कमाता है 27 लाख रुपये

27 Lakh Per Day Dhaba: एक टेंट से शुरू हुआ ढाबा आज करोड़ों का एंपायर है, बिना शो-ऑफ और बिना मार्केटिंग. इस ढाबे की कहानी सुनकर आप भी यही कहेंगे...वाह मेहनत रंग लाई.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
रोज का 27 लाख रुपये कमाता है ये सड़क किनारे वाला ढाबा, सलाना इनकम सुन पैरों तले खिसक जाएगी जमीन

Truck Drivers Dhaba: कभी सोचा है कि सड़क किनारे का एक ढाबा भी किसी लग्जरी होटल की तरह रोज का 27 लाख रुपये से ज्यादा कमा सकता है? सुनने में ये मजाक लगता है, लेकिन यह है 100% सच है. एक शख्स की ये कहानी इतनी मजेदार, प्रेरणादायक और स्वाद से भरी है कि जैसे-जैसे पढ़ते जाओ...लगता है कि किसी फिल्म की स्क्रिप्ट चल रही हो. ये कहानी है India के सबसे लीजेंडरी ढाबा 'Amrik Sukhdev Dhaba' की, जो आज सिर्फ ढाबा नहीं, बल्कि एक पूरा फूड एंपायर बन चुका है. आपको जानकर हैरानी होगी कि, इस सफलता की शुरुआत? एक छोटे से टेंट से हुई थी.

ये भी पढ़ें:- पाकिस्तान में है दुनिया का सबसे सस्ता होटल, सिर्फ 20 रुपये किराया, मेहमाननवाज़ी ऐसी जो सोची ना होगी

1956 - जब एक टेंट और दाल-रोटी ने लिखा इतिहास (Amrik Sukhdev Dhaba)

1956 में सरदार प्रकाश सिंह जी ने एक तिरपाल डालकर ढाबा शुरू किया. न कोई फैंसी बोर्ड, न कोई मार्केटिंग, सिर्फ ट्रक ड्राइवर्स और कैब चलाने वालों के लिए सस्ती, घर जैसी दाल-रोटी. कई बार तो पैसा न होने पर मुफ्त में भी खिला देते थे और यही उनकी पहली मार्केटिंग बनी. Truck drivers उनका चलता-फिरता advertising board थे. इंस्टाग्राम पर यह वीडियो satyamspeaking नाम के अकाउंट से शेयर किया गया है.

ये भी पढ़ें:- स्वाद जो बॉर्डर पार कर जाए...50 रुपये के गुलाब जामुन पर लाखों का रिएक्शन

1990- अमरिक और सुखदेव ने संभाली कमान (Sukhdev Dhaba earnings)

1990 में सरदार जी के बेटों- अमरिक और सुखदेव ने काम पूरी तरह संभाला लिया और यहीं से ढाबे ने रफ्तार पकड़ी. आज हाल ये है कि दिन में 90,000 ग्राहक तक खाना खाते हैं. 500 से ज्यादा कर्मचारी हैं. जमीन खुद की है उस पर ढाबा भी खुद का और सबसे खास कोई भारी-भरकम promotion नहीं...सिर्फ mouth-to-mouth पब्लिसिटी.

ये भी पढ़ें:- जब होटल ने बुकिंग कैंसिल करने से किया इनकार...तो कपल ने कर दी ऐसी हरकत, बदला लेने के लिए हदें की पार

Advertisement

ऐसा क्या secret है कि Sukhdev Dhaba रोज 27 लाख कमाता है? (Indian roadside dhaba success)

ट्रक ड्राइवर्स की दिल जीतने वाली hospitality (inspiring business story India)

  • शुरुआत से ही truck drivers को प्राथमिकता...कभी-कभी खाना मुफ्त में भी दे देते थे.
  • वही लोग दूसरों को बताते गए और Sukhdev brand बनता गया.

ये भी पढ़ें:- 1 रात का 20 हजार...सड़क के बीचोंबीच बना लग्जरी होटल, पहले क्या था जानकर घूम जाएगा दिमाग

मालिक खुद रोज खाना चखते हैं (90,000 customers per day)

  • आज भी खाने पर सबसे पहले मालिक की नजर और स्वाद की मुहर लगती है.
  • यही ढाबे का secret weapon है. क्वालिटी से कॉम्प्रोमाइज नहीं.

ये भी पढ़ें:- होटल में रुक रहे हैं, तो तिजोरी में रखें टूथब्रश...एयर होस्टेस ने बताए ऐसे डर्टी सीक्रेट्स, जानकर झन्ना जाएगा दिमाग

Advertisement

स्पीड और स्किल्स का मेल है सुखदेव सर्विस (viral business reel India)

यहां खाना एक दम टाइम पर मिलता है, यानि खाने का इंतजार नहीं करना पड़ता.  इतनी तेज service कि लोग बोलते हैं, सुखदेव ढाबा जाओ तो पेट से पहले खाना टेबल पर पहुंच जाता है.'

ये भी पढ़ें:- फ्री ब्रेकफास्ट का प्लान पड़ा महंगा, 5-स्टार होटल में इंफ्लुएंसर को भरना पड़ा 3,600 का बिल

जीरो advertisement, 100% ट्रस्ट (trending business news)

  • ना बड़े-बड़े hoardings, ना टीवी ads.
  • बस एक सिंपल फंडा...अच्छा खाना, फास्ट सर्विस, साफ दिल.

ये भी पढ़ें:- रेस्तरां में बच्चे से गिलास में करवाया पेशाब, मां ने दी चौंकाने वाली सफाई
 

Featured Video Of The Day
Prashant Kishor Exclusive: जब खुद पर ही हंसने लगे प्रशांत किशाोर | Rahul Kanwal | Bihar Elections