कैंसर का दर्द हंसते-हंसते सह गई वो… 14 साल की इस बच्ची की मौत से सदमे में पूरी दुनिया

सोमवार सुबह जूजा ने आखिरी सांस ली. पर उसके जाने के बाद पूरी दुनिया सदमे में है. वजह ये कि उसने सिर्फ बीमारी से लड़ाई नहीं लड़ी, बल्कि दुनिया को सिखाया कि कैंसर जैसे दर्दनाक सफर में भी कैसे मुस्कुराते हुए जिया जा सकता है.

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  • विस्कॉन्सिन की 14 वर्षीय जूजा बेइन को महज 3 साल की उम्र में एक्यूट मायलॉयड ल्यूकेमिया बीमारी डायग्‍नोस हुई.
  • इंस्टाग्राम पर जूजा के 18 लाख से अधिक फॉलोअर्स द्वारा समर्थित था, जहां वो अपनी जर्नी साझा करती थी.
  • जूजा ने 11 साल तक कैंसर से जंग लड़ी और फिर दुनिया से विदा ली. उसने लोगों को दर्द के बीच मुस्‍कुराना सिखाया.
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'मैं लगातार मेडिसिन पर हूं, क्योंकि मेरा शरीर बहुत-बहुत ज्यादा दर्द करता है. चल भी नहीं पा रही हूं.' कुछ ही दिन पहले उसने ये मैसेजे पोस्‍ट किया था. और फिर उसकी फैमिली की ओर से वो पोस्‍ट आई, जो नहीं आनी चाहिए थी. वो सूचना थी- 

'टूटे हुए मन और भारी दिल के साथ बता रहे हैं कि जूजा (Zuza Beine) अब इस दुनिया में नहीं है.'

वो बच्‍ची जिसकी मुस्‍कुराहट पे दुनिया निसार थी, उसके जाने से ग़मज हैं. वो सिर्फ 14 साल की थी. उस उम्र में, जब बाकी बच्चे स्कूल, खेल और दोस्तों के बीच जिंदगी का सबसे बेफिक्र वक्त जीते हैं, विस्कॉन्सिन (अमेरिका) की जूजा बेइन (Zuza Beine) के हिस्से में तकदीर ने एक अलग और बहुत भारी इम्तिहान लिखा था.

महज 3 साल की उम्र में एक्यूट मायलॉयड ल्यूकेमिया (AML) जैसी खतरनाक बीमारी का पता चला और उसके बाद अगले 11 साल उसने अस्पताल, दवाओं, दर्द और हिम्मत के बीच गुजारे.

सोमवार सुबह जूजा ने आखिरी सांस ली. पर उसके जाने के बाद पूरी दुनिया सदमे में है. वजह ये कि उसने सिर्फ बीमारी से लड़ाई नहीं लड़ी, बल्कि दुनिया को सिखाया कि कैंसर जैसे दर्दनाक सफर में भी कैसे मुस्कुराते हुए जिया जा सकता है.

दर्द के बीच मुस्कुराहट

मौत से सिर्फ कुछ दिन पहले उसने एक वीडियो पोस्ट कर बताया था कि वो लगातार दवाओं पर जिंदा है और उसके शरीर में इतना दर्द है कि सहन करना मुश्किल है. वो चल भी नहीं पा रही थी. इंस्‍टाग्राम पर अपने आखिरी वीडियो में उसने कहा-

'कैंसर ने मुझे छोटी-छोटी चीजों के लिए आभारी होना सिखाया. अच्‍छा खाना, नए-नए हेयरस्टाइल, मेरी फैमिली और मेरे पेट्स- ये सब मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी खुशियों में से हैं.'

हर दिन मौत के करीब पहुंचती उस बच्‍ची का यही यही नजरिया लोगों के दिलों में गहरी छाप छोड़ गया.

जूजा की फैमिली ने इंस्टाग्राम पर लिखा:

'भरे दिलों से बताना पड़ रहा है कि जूजा अब इस दुनिया में नहीं है. उसने अपनी 14 में से 11 साल कैंसर के साथ जीते, लेकिन इस दौरान उसने हम सबको जीने का असली मतलब सिखा दिया. उसका होना हमें हमेशा बदल गया और उसकी विदाई भी हमें बदल देगी.'

जूजा की फैमिली

परिवार ने लोगों से फूलों की बजाय जूजा के हाल ही में गुजर चुके अंकल के परिवार के लिए दान करने की अपील भी की.

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लाखों लोगों को हर दिन प्रेरित करती थी जूजा 

जूजा का सोशल मीडिया अकाउंट उसकी जिंदगी का सबसे अनोखा पहलू रहा. इंस्टाग्राम पर उसके अकाउंट 'zuzas_way_to_healing' को 18 लाख से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं, जहां वो अपनी कैंसर जर्नी शेयर किया करती थी. कभी दर्द के बारे में, कभी इलाज की थकान, तो कभी इन्‍हीं दर्द के बीच अपने खुशहाल लम्हों के बारे में.

उसकी पहचान बनी 'Get Ready With Me (GRWM)' वीडियो सीरीज. इन वीडियोज में वो कैमरे के सामने स्किनकेयर, मेकअप या हेयरस्टाइल करते हुए अपनी दिनचर्या और इलाज की अपडेट के बारे में बयां करती थी. उसकी मासूमियत और ईमानदारी लोगों को उससे जोड़ती चली गई.

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दुनियाभर के लिए इंस्पिरेशन बन गई जूजा 

जूजा केवल एक कंटेंट क्रिएटर नहीं थी, वो न केवल बच्‍चों, बल्कि हर उम्र के लोगों के लिए उम्मीद की मिसाल थी. 2023 में एक इंटरव्यू में उसने कहा था-

'मैंने इंस्टाग्राम इसलिए शुरू किया, ताकि अपनी जर्नी दूसरों से बांट सकूं और उन बच्चों की मदद कर सकूं, जो मेरी तरह कैंसर से गुजर रहे हैं.'

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उसके पोस्ट पढ़ने वालों के लिए जूजा सिर्फ एक बच्ची नहीं, 'एक प्‍यारी मुस्कुराहट के पीछे छुपी बड़ी हिम्मत' थी. 

आंसू नहीं रोक पा रही दुनिया 

आखिरी हफ्ते तक उसने खुलकर अपनी हालत साझा की. कभी दर्द की बातें, कभी अस्पताल के अनुभव और कभी छोटे-छोटे पलों में ढूंढी खुशियां. यही वजह है कि जब उसने दुनिया छोड़ी, तो सिर्फ उसकी फैमिली नहीं, बल्कि दुनियाभर में फैले उसकी ऑनलाइन फैमिली के लाखों सदस्‍य टूट गए. उसके जाने पर लोग लगातार लिख रहे हैं- 'वो बहुत प्‍यारी थी. हम अपने आंसू नहीं रोक पा रहे हैं.' 

दर्द को हंसकर सहना सिखा गई जूजा 

जूजा ने अपनी जिंदगी के सिर्फ 14 सालों में वो कर दिखाया, जो बहुत से लोग लंबी उम्र में भी नहीं कर पाते. उसने दुनिया को सिखाया कि मुश्किल वक्त में भी आभार और मुस्कान के साथ जिया जा सकता है.

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कैंसर से जंग हार गई ये बच्ची भले ही आज इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उसका सफर और उसकी हिम्मत हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेगी.

जूजा-तुमने दर्द को हंसकर सहना सिखा दिया. उम्‍मीद है तुम अब दर्द से दूर एक बेहतर दुनिया में होगी!  

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