मेटा का थ्रेड्स एप भारत में लॉन्च हो गया है. इसमें 500 कैरेक्टर और 5 मिनट का वीडियो सपोर्ट है. यह एप डिजाइन के मामले में ट्विटर से काफी मिलता-जुलता है. ये इंस्टाग्राम पर आधारित ऐप है. कहा जा रहा है कि इससे ट्विटर की मुसीबत बढ़ सकती है. क्योंकि लॉन्च के केवल चार घंटों के भीतर ही 5 मिलियन साइन अप हुए. मेटा के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने पहले पोस्ट किया था, "थ्रेड्स ने पहले दो घंटों में 2 मिलियन साइन अप पार कर लिए हैं."
थ्रेड्स एक तरह से इंस्टाग्राम का एक्सटेंशन है. इस एप पर यूजर्स टेक्स्ट पोस्ट कर पाएंगे. साथ ही लिंक, फोटो और 5 मिनट का वीडियो पोस्ट कर पाएंगे.
हालांकि इस पर लोगों की राय बटी हुई है कि थ्रेड्स ट्विटर से बेहतर प्रदर्शन करेगा या नहीं. कुछ लोगों का कहना है कि इंस्टाग्राम से इसके लिंक, जो इसे एक तैयार उपयोगकर्ता आधार प्रदान करता है, फायदेमंद होगा. खासकर ऐसे समय में जब एलन मस्क और नए ट्विटर सीईओ लिंडा याकारिनो उसे पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं.
क्या थ्रेड्स ट्विटर से बड़ा हो सकता है? इस सवाल का जवाब देते हुए जकरबर्ग ने कहा, "इसमें कुछ समय लगेगा, लेकिन मुझे लगता है कि एक अरब से अधिक लोगों के साथ एक सार्वजनिक बातचीत के लिए ऐप होना चाहिए. ट्विटर के पास ऐसा करने का अवसर था, लेकिन इसे पूरा नहीं किया. उम्मीद है हम करेंगे."
इससे पहले, उन्होंने थ्रेड्स को बातचीत के लिए खुले और मैत्रीपूर्ण सार्वजनिक प्लेटफॉर्म के रूप में पेश किया. उन्होंने कहा कि हमारी सोच इंस्टाग्राम के सर्वोत्तम हिस्सों को लेना और एक नया अनुभव बनाना है.