इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन (Israel Palestine Conflict ) हमास (Hamas) के बीच 12 दिन से जंग चल रही है. मंगलवार देर रात गाजा सिटी (Gaza Strip) के अहली अरब सिटी हॉस्पिटल पर हुए रॉकेट हमले में अब तक कम से 500 लोगों के मारे जाने की बात कही गई है. हमास ने इजरायल की ओर से हमला किए जाने का दावा किया. इस हमले की अरब जगत में निंदा की जा रही है. यहां तक कि इजरायल के सहयोगियों ने भी इस हमले के लिए इजरायल को दोषी ठहराया है. जबकि इजरायल ने हमास के आरोपों को खारिज किया है.
गाजा के अस्पताल में हमले के बाद लेबनान, जॉर्डन, लीबिया, यमन, ट्यूनीशिया, तुर्की, मोरक्को, ईरान और इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किए और रैलियां निकाली. पूरे क्षेत्र में गुरुवार को Day of Rage यानी आक्रोश दिवस की अपील की गई है.
UAE और बहरीन ने इजरायल को दोषी ठहराया
वहीं, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और बहरीन ने इस हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया. दोनों देशों ने कहा कि ये हमला तब हुआ, जब इजरायल ने गाजा की घेराबंदी की. यूएई और बहरीन ने 2020 के अब्राहम समझौते में इजरायल के साथ रिश्ते बेहतर करने की बात कही थी.
इजरायल के सबसे करीबी दोस्त इजिप्ट ने भी की निंदा
वहीं, इजरायल के सबसे करीबी दोस्त इजिप्ट के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने अहली अरब अस्पताल पर बमबारी की कड़े शब्दों में निंदा की. उन्होंने 'जानबूझकर की गई बमबारी' को अंतरराष्ट्रीय कानून का स्पष्ट उल्लंघन बताया.
सऊदी ने खत्म कर दी इजरायल से बातचीत
इजरायल-हमास के बीच जंग की शुरुआत के बाद से सऊदी अरब ने इजरायल के साथ संभावित संबंधों पर बातचीत खत्म कर दी है. लेकिन गाजा के अस्पताल में हुए विस्फोट पर सऊदी ने अपनी प्रतिक्रिया दी. सऊदी ने कहा कि ये विस्फोट इजरायली फोर्स की ओर से किया गया जघन्य अपराध कहा.
'वॉर क्राइम'
गाजा के अस्पताल में हमले पर जॉर्डन का भी रिएक्शन आया. जॉर्डन ने कहा कि इजराइल इस गंभीर घटना की जिम्मेदारी लेता है. जबकि हमास से करीबी रिश्ता रखने वाले कतर ने इस हमले को 'क्रूर नरसंहार' करार दिया. इस्लामिक कॉन्फ्रेंस संगठन ने भी इजरायल पर आरोप लगाते हुए इसे वॉर क्राइम, मानवता के खिलाफ अपराध और संगठित राज्य आतंकवाद कहा है.
इजरायली हमलों के दौरान हुआ था अस्पताल में विस्फोट
यह हमला फिलिस्तीनी संगठन हमास के हमले के बाद गाजा पर इजरायली हमलों के दौरान हुआ. लेबनान के ईरान समर्थित हिजबुल्लाह आतंकी संगठन ने इस हमले के विरोध में आक्रोश दिवस मनाने की अपील की. जबकि इराक ने हमले के लिए इजरायली अधिकारियों को दोषी ठहराया. इराक ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) से इजरायल के गाजा हमले को रोकने के लिए तत्काल समाधान की मांग की.
वहीं, अल्जीरिया ने इस हमले की निंदा करते हुए इसे कब्जे वाली ताकतों द्वारा किया गया बर्बर काम करार दिया. लीबिया की त्रिपोली स्थित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार ने इस हमले को "घृणित अपराध" करार दिया है.
ये भी पढ़ें:-
इज़राइली सेना ने गाजा अस्पताल पर बमबारी के पहले और बाद का फुटेज किया जारी