- गाजा पट्टी के नासिर अस्पताल पर इजरायल के हवाई हमले में पांच पत्रकार और कुल बीस लोग मारे गए हैं.
- इजरायल के हमले में आम नागरिकों, पत्रकारों और मेडिकल स्टाफ की बड़ी संख्या में मौतें हुई हैं.
- इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अस्पताल हमले में हुई मौतों पर गहरा खेद जताया है.
गाजा में इजरायल का हमला जारी है. हमास के उग्रवादियों को निशाना बनाने का दावा करने वाले इजरायल के हमले में आम लोग, पत्रकार और मेडिकल स्टाफ की बड़े पैमाने पर मौत हो रही है. इजरायल ने सोमवार को गाजा पट्टी के एक अस्पताल पर हवाई हमला किया जिसे पूरी दुनिया ने ऑन कैमरा देखा. इस हमले में पांच पत्रकारों सहित 22 लोगों की मौत हो गई है. अब इसके बाद इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इन मौतों पर खेद व्यक्त किया है.
प्रधान मंत्री ने अपने कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा, "इजरायल को गाजा के नासिर अस्पताल में आज हुई दुखद दुर्घटना पर गहरा अफसोस है." उन्होंने कहा, "इजरायल पत्रकारों, चिकित्सा कर्मचारियों और सभी नागरिकों के काम को महत्व देता है. सैन्य अधिकारी गहन जांच कर रहे हैं. हमारी लड़ाई हमास के आतंकियों से है. हमारा एकमात्र लक्ष्य हमास को हराना और अपने बंधकों को घर लाना है."
इस हमले में रॉयटर्स, एसोसिएटेड प्रेस और अल जजीरा के कंट्रीब्यूटर (पत्रकार) मारे गए हैं. तीनों न्यूज एजेंसियों ने इसकी पुष्टि की है.
मारे गए पत्रकारों में अल जजीरा के मोहम्मद सलामा, रॉयटर्स के कैमरामैन हुसाम अल-मसरी और उस समय एपी के लिए काम करने वाले एक स्वतंत्र पत्रकार मरियम अबू दक्का शामिल थे. अल जजीरा के तारिक अबू अज़्ज़ौम ने दीर अल-बलाह से रिपोर्ट करते हुए कहा, हमले ने "पूरे क्षेत्र को अराजकता और दहशत की स्थिति में भेज दिया है... न केवल राहगीरों या अस्पताल के आसपास रहने वाले लोगों के लिए, बल्कि स्वयं रोगियों के लिए, जो उन क्षेत्रों में से एक में उपचार प्राप्त कर रहे हैं जिन्हें अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून के तहत संरक्षित किया जाना चाहिए."
अल जजीरा ने हमले की निंदा करते हुए इसे "सच्चाई को दफनाने का स्पष्ट इरादा" बताया. फिलिस्तीनी जर्नलिस्ट्स सिंडिकेट ने इसे "स्वतंत्र मीडिया के खिलाफ एक खुला युद्ध कहा है, जिसका उद्देश्य पत्रकारों को आतंकित करना और उन्हें दुनिया के सामने अपने अपराधों को उजागर करने के अपने पेशेवर कर्तव्य को पूरा करने से रोकना है."
गाजा में इजरायली हमलों में सोमवार सुबह से कम से कम 61 लोग मारे गए हैं, जिनमें सात लोग मानवीय सहायता लेने के लिए लाइन में खड़े थे. गाजा की नागरिक सुरक्षा ने कहा कि इजरायल ने 6 अगस्त से गाजा शहर में 1,000 इमारतों को नष्ट कर दिया है, सैकड़ों लोग मलबे में फंस गए हैं.
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