हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर दागे रॉकेट, उत्तरी इलाकों में बिजली गुल, सुनाई दी सायरन की आवाज

इजराइली सेना ने गुरुवार को कहा कि उसने लेबनान की राजधानी में हिज्बुल्लाह के खुफिया मुख्यालय पर हमला किया है.

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नई दिल्ली:

हिज्बुल्लाह (Hezbollah) ने इजरायल पर बड़ी संख्या में रॉकेट दागे हैं. लेबनानी समूह हिज्बुल्लाह ने आज इजरायल पर रॉकेटों की बड़ी बौछार कर दी. इसके कारण उत्तरी इजराइली कब्जे वाले क्षेत्रों में बिजली गुल हो गई. कई क्षेत्रों में बिजली की सप्लाई ठप हो गई और इन इलाकों में रहने वाले लोग प्रभावित हुए. इजरायली डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा है कि उत्तरी इजराइल के साफेद और बिरया में सायरन बजने लगे.

दक्षिण इजरायल में ईरान ने ड्रोन से हमले किए. हालांकि इजरायल का दावा है कि ईरान के हमले नाकाम हो गए. इजरायल ने ड्रोनों को मार गिराया.   

हिज्बुल्लाह ने एक बयान जारी कर घोषणा की कि उन्होंने मेतुल्ला के बागों पर लगभग 100 केतुशा और 6 फलक रॉकेट दागे. इसके पीछे दो कारण हैं, वहां तैनात इजरायली सैनिकों को निशाना बनाने की कोशिश और उन सभी रॉकेटों का उपयोग करना जो अब इजरायली सेना की बढ़त से खतरे में हैं. एक और बयान जारी किया गया, जिसमें घोषणा की गई है कि उन्होंने सफ़ाद की ओर कुछ रॉकेट दागे.

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दूसरी तरफ इजराइली सेना ने गुरुवार को कहा कि उसने लेबनान की राजधानी में हिज्बुल्लाह के खुफिया मुख्यालय पर हमला किया है. इजरायली सैनिकों ने सीमा के पास आतंकवादियों से लड़ाई की और युद्धक विमानों ने देश भर में उनके गढ़ों पर बमबारी की.

इजरायल ने घोषणा की है कि उसके सैनिकों ने हिज्बुल्लाह के गढ़ दक्षिणी लेबनान के कुछ हिस्सों में "जमीनी छापे" शुरू कर दिए हैं. देश भर में उन क्षेत्रों में भारी बमबारी की गई है जहां इस समूह का दबदबा है.

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, बमबारी में 1,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और लाखों लोगों को अपने घरों से भागने पर मजबूर होना पड़ा है. जबकि देश पहले से ही आर्थिक और राजनीतिक संकट में फंसा हुआ है. 

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सात अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से गाजा में युद्धरत इजरायल का कहना है कि उसने अपना ध्यान अपनी उत्तरी सीमा को सुरक्षित करने और पिछले साल हिजबुल्लाह के हमलों से विस्थापित हुए 60,000 से अधिक लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने पर केंद्रित कर दिया है.

गाजा मोर्चे को लेकर इजरायली सेना ने कहा कि तीन महीने पहले एक हमले में हमास के तीन वरिष्ठ नेता मारे गए, जिनमें युद्ध से तबाह फिलिस्तीनी क्षेत्र में उग्रवादी आंदोलन की सरकार के प्रमुख राहवी मुश्तहा भी शामिल थे. लेबनान में इजरायली सेना ने कहा कि उसने "बेरूत में हिज्बुल्लाह के खुफिया मुख्यालय से संबंधित लक्ष्यों" पर हमला किया.

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