यूक्रेन और रूस (Ukraine Russia news) युद्ध के बीच बेलारूस ने एक बड़ा फैसला लिया है. बेलारूस ने जानकारी दी है कि उसने संवैधानिक जनमत संग्रह करके अपने गैर परमाणु स्टेट्स को खत्म कर दिया है. इससे रूसी परमाणु हथियारों को उसके इलाके में रखा जा सकता है. इसके साथ ही अब इस बात का अंदेशा बढ़ गया है कि रूस अब बेलारूस में अपने परमाणु हथियार रखकर यूक्रेन पर दबाव बनाएगा.
बेलारूसी केंद्रीय चुनाव आयोग (सीईसी) के प्रमुख इगोर कारपेंको ने कहा कि 65 प्रतिशत से अधिक बेलारूसी नागरिकों ने जनमत संग्रह के दौरान संवैधानिक संशोधनों के पक्ष में मतदान किया है. बेलारूसी कानून के मुताबिक- जनमत संग्रह के दौरान वही निर्णय अपनाया जाता है, यदि प्रतिभागियों की सूची में शामिल आधे से अधिक नागरिकों ने इसके लिए वोट किया हो. इससे पहले रविवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने न्यूक्यिलर डेटरेंट फोर्स को हाई अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए थे. पुतिन के इस कदम को अमेरिका ने अस्वीकार्य बताया था.
दूसरी ओर, यूक्रेन ने बेलारूस की सीमा पर रूस के साथ बातचीत करने पर सहमति जताई है. हालांकि यूक्रेन के विदेश मंत्री ने कहा है कि हम न आत्मसमर्पण करेंगे और न ही अपनी एक इंच जमीन छोड़ेंगे. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कहा कि मैंने रक्षा मंत्री और रूसी सशस्त्र बलों के प्रमुख को रूसी परमाणु प्रतिरोधी बलों को अलर्ट पर रखने का आदेश दिया है. साथ ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिम पर उनके देश के खिलाफ प्रतिकूल कदम उठाने का आरोप लगाया है. पुतिन के बयान के लगभग उसी समय यूक्रेन ने घोषणा की कि वह बेलारूस के साथ अपनी सीमा पर रूस के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है. यह निर्णय यूक्रेन के राष्ट्रपति बोलोदिमिर जेलेंस्की और बेलारूस के नेता अलेक्जेंडर लुकाशेंको के बीच फोन पर हुई बातचीत के बाद लिया गया.
वहीं राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि मैं वास्तव में इस बैठक के परिणाम में विश्वास नहीं करता हूं, लेकिन उन्हें कोशिश करने दें, ताकि बाद में यूक्रेन के एक भी नागरिक को इस बात का संदेह न रहे कि मैंने राष्ट्रपति के रूप में युद्ध को रोकने की कोशिश की थी."