उत्तर प्रदेश में राम कथा वाचक की पिटाई के मामले पर चल रही राजनीति के बीच, एनडीटीवी के साथ विशेष बातचीत में शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि वे वर्ण व्यवस्था के समर्थक हैं. उन्होंने एनडीटीवी से खास बातचती में कहा कि संविधान से बड़ी मनुस्मृति है.