बीएमसी की ओर से गुरुवार को कुछ आंकड़े जारी किए गए थे. इन आंकड़ों से समझा जा सकता है कि कोविड का कितना असर छात्रों पर, उनकी पढ़ाई पर और उनके परिवार वालों पर पड़ा है. 10 महीने से ज्यादा का समय हो चुका है, जब ऑनलाइन पढ़ाई की शुरुआत की गई है. लेकिन बीएमसी के आंकड़ों के अनुसार मुंबई में 60 हजार से ज्यादा बच्चे ऐसे हैं, जो ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं. क्योंकि उनके पास स्मार्ट मोबाइल फोन नहीं है या इंटरनेट नहीं हैं. अब इससे एक सवाल यह उठता है कि अगर मुंबई में यह हाल है, तो देश के दूसरे हिस्सों में हालात कैसे होंगे. मुंबई के मानखुर्द इलाकों के झुग्गियों में रहने वाले यह बच्चे इसी तरह किताबों से पढ़ाई करते हैं. स्कूल भले ही ऑनलाइन शुरू हुए हों, लेकिन घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के वजह से बच्चे किताबों से पढ़कर अपना पाठ्यक्रम खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, यह परीक्षा कैसे देंगे, यह भी एक सवाल है.