रतन टाटा को श्रद्धा सुनम अर्पित करने के लिए अयोध्या से जगद्गुरु शंकराचार्य परमहंस महाराज भी आये और उनके अतुलनीय योगदान को देखते हुए भारत सरकार से की रतन टाटा को भारत रत्न पुरस्कार की मांग।