रतन टाटा का कारोबार दुनिया भर में फैला था लेकिन जितना वो कमाते थे, उतना ही दान करने में यकीन रखते थे। उनकी आमदनी का बड़ा हिस्सा टाटा ट्रस्ट में जाता था। उनके अंतिम सफ़र में ऐसे कई लोग पहुँचे जिनकी ज़िंदगी रतन टाटा ने बदल दी.