महाराष्ट्र में रतन टाटा के लिए एक दिन का राष्ट्रीय शोक रहेगा। राज्य कैबिनेट ने प्रस्ताव पारित कर उन्हें भारत रत्न देने की मांग केंद्र के सामने रखी है। इसके अलावा उद्योग पुरस्कार और सबसे बड़ी इमारत के नाम रतन टाटा के नाम पर रखे गये! महाराष्ट्र का टाटा समूह से जुड़ाव क़रीब डेढ़ सौ साल पुराना है. इसलिए राज्य की ज़मीन पर जब रतन टाटा अंतिम सफ़र पर थे तो आम-ख़ास सभी देश के संपन्न महानायक की एक झलक को बेताब दिखे।