पंचेश्वर बांध, हिमालय में अब तक के सबसे ऊंचे बांध को बनाने की तैयारी हो रही है. हिमालय से निकलने वाली कई नदियों का पानी साथ लेकर बहने वाली एक विशाल नदी महाकाली यानी शारदा को बांधने की तैयारी है. बिजली, सिंचाई और बाढ़ से रोकथाम के नाम पर बन रहा 5040 मेगावॉट क्षमता का यह बांध 315 मीटर की ऊंचाई के साथ दुनिया में दूसरा सबसे ऊंचा बांध होगा. रूस के 335 मीटर ऊंचे रोगुन बांध के बाद सबसे ऊंचा बांध. पंचेश्वर बांध की लागत लगातार विवादों में रहे टिहरी बांध से पांच गुना ज़्यादा होगी और उससे क़रीब तीन गुना ज़्यादा बड़े इलाके के डूबने की ये वजह बनेगा. टिहरी बांध ने एक ऐतिहासिक टिहरी शहर समेत क़रीब 52 वर्ग किलोमीटर इलाका पानी में डुबाया जबकि पंचेश्वर बांध में क़रीब 134 वर्ग किलोमीटर इलाका पानी में डूबने को अभिशप्त होगा.