मोहर्रम का दिन पैगंबर मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन और उनके कुनबे में शामिल लोगों की शहादत को याद दिलाता है. इस दिन करबला के मैदान में इमाम हुसैन सहित 72 लोगों को शहीद कर दिया गया था. दिल्ली के कश्मीरी गेट इलाके में निकले मोहर्रम के जुलूस में हिंदू और सिख भी शामिल हुए.