Private School VS Government School: क्या भारत में शिक्षा एक सेवा है या सबसे बड़ा बिजनेस? भारतीय माता-पिता हर साल प्राइवेट स्कूलों पर 1.75 लाख करोड़ रुपये से ज़्यादा खर्च कर रहे हैं, जो कई राज्यों के शिक्षा बजट से भी ज़्यादा है। अगर सरकारी स्कूल बेहतर होते, तो यह पैसा आपकी जेब में होता। यह रिपोर्ट प्राइवेट स्कूलों की उस 'संगठित लूट' का पर्दाफाश करती है, जहां फीस 3 साल में 80% तक बढ़ गई है, लेकिन सुविधाएं नहीं। CBSE के "नॉन-प्रॉफिट" नियम के बावजूद, स्कूल AC फीस, मैनेजमेंट फीस और यूनिफॉर्म-किताबों के नाम पर कैसे मुनाफा कमा रहे हैं? और एडमिशन के लिए 50 लाख तक का डोनेशन कहां जा रहा है?