रोहिंग्या मुसलमानों को लेकर 2017 से 2021 के बीच संसद से लेकर कोर्ट तक में केंद्र सरकार की तरफ से लगातार यह कहा जाता रहा कि ये अवैध घुसपैठिया हैं. जो ISIS आतंकी संगठन के साथ काम करते हैं.पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ भी इनके रिश्ते हैं. लेकिन अब रोहिंग्या मुद्दे पर दो केंद्रीय मंत्रियों में अब ग़फ़लत क्यों है?