इज़ इक्वल टू वो अवस्था हैं जहां हर बहस बराबर हो जाती है। इसके तहत अगर कांग्रेस बीजेपी पर घोटाले का आरोप लगाएगी तो बीजेपी भी कांग्रेस पर घोटाले का आरोप लगा देगी। ललित मोदी और बागरोडिया की मदद का इज़ इक्वल टू हो सकता है लेकिन यह जानना दिलचस्प था कि विदेश मंत्री पर दबाव डालने वाला कांग्रेसी नेता कौन था।