भारत में गुरुओं के इतने प्रकार हैं कि तय करना मुश्किल हो जाता है कि सच्चा गुरु कौन है। वो जो सिर्फ गुरु है या वो जो धर्म गुरु है या वो जो बिना सीबीएसई बोर्ड या जी मैट क्लीयर किए विश्व गुरु बनने का एलान करते रहता है। हर दिन यहां कोई न कोई बाबा लांच हो जाते हैं। तय करना मुश्किल हो जाता है कि उनके प्रवचनों में ज्ञान और दर्शन का तत्व है या अंधविश्वास अंधभक्ति के तत्व।