क्या संघ प्रमुख राम मंदिर बनाने वाले संकल्प को कोई ठोस रूप देना चाहते हैं या मंदिर निर्माण के गंभीर प्रयास के उनके बयान को मीडिया ने ही गंभीरता से ले लिया है। सवाल है कि आरएसएस यह संकल्प ले किस लिए रहा है। जब पूरी सरकार उसके पास जाकर नीतियों पर चर्चा कर सकती है तो राम मंदिर पर चर्चा अभी तक क्यों नहीं हुई।