डॉक्टर पायल तडवी पर जातिसूचक टिप्पणियां कर टॉर्चर करने और उन्हें आत्महत्या के लिये उकसाने के आरोप में डॉक्टर भक्ति मेहरे, डॉक्टर हेमा आहुजा और डॉक्टर अंकिता खंडेलवाल को 10 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। पुलिस हिरासत की अवधि खत्म होने पर तीनों डॉक्टरों को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश आर. एम. सदरानी के समक्ष पेश किया गया. न्यायाधीश ने बहस के दौरान इस मामले की जांच कर रही अपराध शाखा की ओर से दी गयी हिरासत बढ़ाने की दलील को स्वीकार नहीं किया और सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया