भारत अंगदान के मामले में विश्व के तमाम देशों के मुकाबले काफी पीछे है और यहां अंगदान का रेट काफी कम है. ऐसे में अंगों की कमी एक राष्ट्रीय समस्या बनती जा रही है. हालांकि इसके बावजूद इस दिशा में अभी तक नीति, योजना और लोगों की प्रतिक्रिया में कोई खास बदलाव नहीं आया है. 'एनडीटीवी-फोर्टिस मोर टू गिव सीजन-3' की लॉन्चिंग के मौके पर विशेषज्ञों, गैर सरकारी संस्था के सदस्यों, डॉक्टर और सरकार के प्रतिनिधियों ने इस मामले पर विस्तार से चर्चा की और इस दिशा में आने वाली चुनौतियों से निपटने और ज्यादा से ज्यादा लोगों को अंगदान के प्रति जागरूक करने के उपायों पर मंथन किया. अगर आप अंग दान कर महादान करना चाहते हैं तो यहां
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