कहावत ठीक ही है "अंगदान से बड़ा कोई दान नहीं होता", इसलिए शायद इस महादान भी कहते हैं. दिल्ली में एक माता-पिता ने अपनी नन्ही-सी बच्ची को खो दिया. लेकिन उसके जाने के बाद उसके माता-पिता ने अपनी बेटी के अंगदान कर दिए. जिससे इन्होंने तीन बच्चों की जान बचा ली और उन्हें जीने की एक उम्मीद भी दी है. दरअसल दिल्ली के बबीता और आशीष कुमार ने अपनी 20 महीने की बच्ची का अंगदान किया है. उनकी बच्ची धनिष्ठा का ब्रेन डेड हो गया था. जिसके बाद उन्होंने तय किया कि वह अपनी बच्ची का दिल, लीवर, किडनियां दान कर देंगे. उनके इस फैसले से तीन बच्चों की जिंदगियां बच गई.