कोरोना वायरस से बचाव के चलते हुए लॉकडाउन की सबसे ज्यादा मार दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ रही है. रोज कमाने-खाने वाले मजदूर काम नहीं कर सकते, लिहाजा उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. बस और ट्रेन नहीं चलने से वह अपने घर भी नहीं जा पा रहे हैं. कुछ मजदूर व अन्य कामगारों ने अपने गांव जाने के लिए पैदल चलने का रास्ता चुना. रास्ते में भी उन्हें पुलिस की बर्बरता का शिकार होना पड़ रहा है.