रवीश कुमार का प्राइम टाइम : क्या अब मौद्रीकरण के रास्ते होगा निजीकरण?
प्रकाशित: अगस्त 23, 2021 09:00 PM IST | अवधि: 26:02
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सरकारी संपत्तियों को बेचकर पैसे जुटाने का आक्रमक दौर शुरू हो चुका है. बेचना सुनने में अच्छा नहीं लगता है...कहने में भी नहीं. इसलिए इसके लिए नई शब्दावली आई है, मौद्रीकरण की.