चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन अभी तक कोई सिग्नल नहीं मिला है. हालांकि, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के अध्यक्ष और चंद्रयान-3 के लिए टीम का नेतृत्व करने वाले एस. सोमनाथ (S Somanath) ने कहा कि चंद्रयान-3 में सभी वैज्ञानिक उपकरण लगाए गए हैं, और टीम एकत्र किए गए डेटा से संतुष्ट है. अब डेटा का विश्लेषण किया जाएगा, जो एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें कई साल लग सकते हैं. उन्होंने बताया कि चंद्रयान -1 से मिले डेटा का विश्लेषण अभी तक किया जा रहा है. NDTV से एक खास बातचीत में एस. सोमनाथ ने पहले के चंद्रमा मिशन की चुनौतियों, लैंडर और रोवर की कार्यप्रणाली और भारत में अंतरिक्ष अनुसंधान के भविष्य पर विस्तार से अपने विचार रखे.