ISRO Chairman Dr S Somanath: हम जिस दौर में रह रहे हैं वो बड़ी तेज़ी से बदल रहा है... और उसमें सबसे ज़्यादा बदलाव आ रहा दिन दुनी रात चौगुनी तरक्की कर रही तकनीक की वजह से... उदाहरण के लिए जिस दौर में मैंने पत्रकारिता शुरू की थी, मोबाइल फ़ोन अस्तित्व में आ चुके थे जिनके बीच बिना तार के भी बात की जा सकती थी... वो बड़ा चौंकाने वाला बदलाव था... और ये तो हमने सोचा ही नहीं था कि कुछ साल बाद ऐसे ही किसी मोबाइल फ़ोन से हम दूर बैठे लोगों से आमने सामने बात कर सकते हैं... उन्हें देख भी सकते हैं... लेकिन तकनीक ने कमाल कर दिया और कमाल का ये सिलसिला जारी है...